अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘द ट्रूथ’ पर एक ताजा पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने चीन और अन्य देशों पर यूएस के साथ गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया।
टैरिफ मामले को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि चीन को अमेरिका की तुलना में कहीं अधिक नुकसान हुआ है।
साथ ही, यह अंतर इतना बड़ा है कि इसकी तुलना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि चीन सहित कई देशों ने अमेरिका को मूर्ख और असहाय समझकर उसका शोषण किया और उसे ‘कोड़े मारने का खंभा’ बना दिया, लेकिन अब यह स्थिति बदल रही है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पोस्ट में अमेरिका में आर्थिक सुधार और प्रगति पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘अब नौकरियां और व्यवसाय पहले कभी न देखे गए स्तर पर वापस लाए जा रहे हैं। यूएस में पहले से ही 5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का निवेश हो चुका है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।’
ट्रंप ने इसे आर्थिक क्रांति का नाम दिया और कहा कि अमेरिका इस क्रांति में विजयी होगा। ट्रंप ने अपने समर्थकों से कठिनाइयों के बावजूद मजबूती से डटे रहने की अपील की और वादा किया कि इसका अंतिम नतीजा ऐतिहासिक होगा।
पोस्ट के अंत में उन्होंने अपने फेमस नारे ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ को दोहराया, जो उनके राजनीतिक अभियान का मुख्य आधार रहा है।
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ विवाद गहराया
अमेरिका और चीन के बीच इस वक्त व्यापारिक तनाव चरम पर है। राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 अप्रैल को चीन से आयातित सभी वस्तुओं पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे कुल टैरिफ 54% हो गया क्योंकि पहले से 20% टैरिफ लागू था।
इसके जवाब में चीन ने 4 अप्रैल को घोषणा की कि वह 10 अप्रैल से अमेरिकी आयात पर 34% टैरिफ लगाएगा। साथ ही, दुर्लभ मृदा तत्वों पर निर्यात नियंत्रण भी लागू करेगा।
यह विवाद ट्रंप की ‘पारस्परिक टैरिफ’ नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य व्यापार असंतुलन को खत्म करना और अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा देना है।
ट्रंप का दावा है कि चीन और अन्य देशों ने अमेरिका का शोषण किया है। दूसरी ओर, चीन इसे एकतरफा धमकी मानता है और अपने हितों की रक्षा के लिए उठाया गया जवाबी कदम बताता है।
इस टैरिफ युद्ध से वैश्विक बाजारों में हड़कंप मचा हुआ है। शेयर बाजार गिरे हैं और मंदी की आशंका बढ़ती जा रही है।