प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
हिंदू पंचांग के अनुसार, 02 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जा रही है। इस दिन बुद्धि, विवेक,ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद पाने के लिए देवी सरस्वती की विधिवत पूजा की जाती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था।
इसलिए इस पावन दिन पर मां सरस्वती की पूजा करने का बड़ा महत्व है। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा करने के साथ कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है।
मान्यता है कि ऐसा करने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं और करियर में आने वाली बाधाओं को दूर करती हैं। सुख-समृद्धि और सफलता प्रदान करती हैं। आइए जानते हैं मां सरस्वती के मंत्र…
बसंत पंचमी 2025:इसल साल 02 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी मनाई जाएगी।
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि आरंभ : 02 फरवरी 2025 को सुबह 09: 14 एएम
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि समापन : 03 फरवरी 2025 को सुबह 06:52 एएम
बसंत पंचमी 2025: मां सरस्वती के सरल मंत्र
1. बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती के बीच मंत्र ‘क्लीं’ का जाप कर सकते हैं।
2.ऊँ शारदा माता ईश्वरी मैं नित सुमरि तोय हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय
3. ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।
4.ऊँ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः
5.सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि । विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥
6. सरस्वती ध्यान मंत्र-
7.ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः ।
8. नमस्ते शारदे देवी, काश्मीरपुर वासिनी,
त्वामहं प्रार्थये नित्यं, विद्या दानं च देहि में,
कंबू कंठी सुताम्रोष्ठी सर्वाभरणंभूषिता,
महासरस्वती देवी, जिव्हाग्रे सन्नी विश्यताम् ।।
शारदायै नमस्तुभ्यं , मम ह्रदय प्रवेशिनी,
परीक्षायां समुत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।।
यह सभी मंत्र ज्ञान की देवी मां सरस्वती की कृपा पाने के लिए लाभकारी माने गए हैं। मान्यता है कि इन मंत्रों का जाप करने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं। रोजाना इस मंत्र के जाप से ज्ञान प्राप्त करने के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ा जा सकता है और करियर में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है।