प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
इस साल मई के महीने में पड़ने वाला दूसरा प्रदोष व्रत शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा। शनिवार के दिन 24 मई 2025 को प्रदोष व्रत पड़ रहा है।
शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव व शनि देव की पूजा करने का विधान है। पंचांग के मुताबिक, शनि प्रदोष व्रत के दिन आयुष्मान् व सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है, जो बेहद शुभ माने जाते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ उपाय करने से शनि देव की साढ़ेसाती व ढैय्या के बुरे प्रभावों को भी कम किया जा सकता है।
साढ़ेसाती का प्रभाव कम करने के लिए करें ये काम
शनि प्रदोष व्रत के दिन इस दिन काले तिल, काले उड़द की दाल और सरसों के तेल का दान करें। मान्यताओं के अनुसार, यह उपाय शनि देव का बुरा प्रभाव कम करने में बेहद प्रभावी माना गया है।
- शनि प्रदोष व्रत के दिन गरीबों को भोजन, वस्त्र, या धन का दान करें। ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- शनि प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, शमी, शहद, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं। मान्यता है कि भगवान शिव के भक्तों को शनि देव ज्यादा परेशान नहीं करते। इसलिए इन्हें शिवलिंग पर चढ़ाएं। यह उपाय ने में सहायक होता है।
- रोजाना शनि चालीसा और शिव चालीसा का पाठ करने से भी शनि दोष से राहत पा सकते हैं।
- शनि की ढैया और साढ़ेसाती का प्रकोप कम करने के लिए हर शनिवार को हनुमान जी की उपासना करें। शनिवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करने से जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति मिल सकती है।
- शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए आपको शनिवार के दिन पीपल के पेड़ और शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। संध्या के समय सरसों के तेल में काला तिल मिलाकर पेड़ के समक्ष दीपक जलाएं।
- ॐ शं शनिश्चराय नमः व ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जब करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।