प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131
नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां महागौरी व नवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है।
ज्योतिष सेवा संस्थान के संस्थापक आचार्य पवन तिवारी ने बताया कि नवरात्रि में हवन व कन्या पूजन के बाद ही व्रत के पूर्ण फल की प्राप्ति होती है।
इस साल चैत्र नवरात्रि की महा अष्टमी 5 अप्रैल 2025, शनिवार को है। रामनवमी 6 अप्रैल 2025 रविवार को मनाई जाएगी।
अष्टमी व नवमी तिथि कब से कब तक रहेगी:
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार द्विवेदी के अनुसार पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि शुक्रवार को रात 08 बजकर 13 मिनट पर प्रारंभ होगी और शनिवार को रात 07 बजकर 26 मिनट पर अष्टमी तिथि का समापन होगा।
उदया तिथि में अष्टमी 05 अप्रैल को मनाई जाएगी।
नवमी तिथि 05 अप्रैल 2025 को शाम 07 बजकर 26 मिनट पर प्रारंभ होगी और 06 अप्रैल 2025 को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि में नवमी 6 अप्रैल 2025, रविवार को मनाई जाएगी।
अष्टमी पर हवन के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त : प्रातः 04:35 से प्रातः 05:21 बजे तक
प्रातः सन्ध्या : प्रातः 04:58 से प्रातः 06:07 बजे तक
अभिजित मुहूर्त : सुबह 11:59 से दोपहर बाद 12:49 बजे तक
विजय मुहूर्त : दोपहर बाद 02:30 सायं 03:20 बजे तक
राम नवमी पर हवन का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त : प्रातः 04:34 से प्रातः 05:20 बजे तक
प्रातः सन्ध्या : प्रातः 04:57 से प्रातः 06:05 बजे तक
अभिजित मुहूर्त : प्रातः 11:58 से 12:49 बजे तक
विजय मुहूर्त : दोपहर बाद 02:30 से सायं 03:20 बजे तक