प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131
आषाढ़ अमावस्या के दिन पूर्वजों को याद किया जाता है और उनके लिए पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध जैसे धार्मिक कार्य किए जाते हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं।
अमावस्या तिथि एक दिन पहले ही लग गई है। मंगलवार शाम 06 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गई है और 25 जून बुधवार शाम 04 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी।
ऐसे में इस दिन कई योग होने के कारण यह और भी खास है। इस दिन कुछ उपाय करने चाहिए।
कौन सा बन रहा है योग
सूर्योदय के समय अमावस्या तिथि 25 जून को होगी इसलिए स्नान दान भी इसी दिन शुभ होंगे। इस दिन गजकेसरी योग बन रहा है, जो बहुत खास माना जाता है।
24 जून से 27 जून 2025 तक गजकेसरी राजयोगबन रहा है। यह कुंडली में बनने वाले सभी धन योगों में सबसे बड़ा और खास माना जाता है, इस योग के बनने से व्यक्ति को धनलाभ होता है।
इसके अलावा इस दिन वृद्धि योग, वेशी योग, गुरु आदित्य योग भी बन रहा है, जो अमावस्या के दिन को खास बना रहे हैं। इस दिन कुछ उपाय करने से आपको पितरों का आशीर्वाद तो मिलेगी ही साथ ही आपके काम बने लगेंगे और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलेगा।
अमावस्या उपाय
अमावस्या पर क्या उपाय करें। इस समय दान पुण्य आदि काम उत्तम माने जाएंगे। इस दिन आप सुबह स्नान करने के बाद आटे की गोलियां बनाकर किसी तालाब में डालिए और मछलियों को खिलाएं। ऐसा करने से आपकी लाइफ में आ रही दिक्कतें कम होंगी और आपके सभी काम बनने लगेंगे।
अगर गंगा स्नान के लिए जाते हैं या फिर घर के पास कोई नदी है, तो आप इस दिन आप 5 लाल फूल और 5 जलते दिए बहती नदी में प्रवाहित कर दीजिए। पितरों के नाम से किए गए इस दीपदान से आपके शत्रु शांत होंगे और आप आगे बढ़कर तरक्की पाएंगे।