पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत से बढ़ते तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान की देशों से मिन्नतें कर चुका है।
इसी बीच पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि भारत के साथ अगर ज्यादा तनाव बढ़ता है, तो उसे भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का अधिकार है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने कहा कि यह सब जम्मू-कश्मीर में हुई घटना की वजह से हो रहा है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान वर्तमान में सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य है और वह जुलाई में इसकी अध्यक्षता करेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब मीडिया ने अहमद से पूछा कि क्या पाकिस्तान सुरक्षा परिषद की बैठक को बुलाने पर विचार कर रहा है तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “यहां यह स्पष्ट है कि कश्मीर में घटना हुई थी लेकिन अब जो परिस्थिति बन रही है वह क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक वास्तविक खतरा है और हम मानते हैं कि ऐसी स्थिति में सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई जा सकती है। पाकिस्तान या किसी भी सदस्य के लिए यह बैठक बुलाना वैध है।”
इसी बीच समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के ‘डर्टी वर्क’ वाले बयान को लेकर पूछे गए सवालों पर अहमद ने चुप्पी साध रखी।
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तान दशकों से पश्चिमी देशों के लिए यह गंदा काम कर रहा है।
इससे पहले गुरुवार को मई में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाल रहे ग्रीस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच में पनपी तनाव की स्थिति को कम करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक जल्द ही हो सकती है।
इसके साथ ही ग्रीस ने दोनों परमाणु संपन्न देशों से तनाव को कम करने और बातचीत के जरिए मामला सुलझाने का आह्वान किया।