हमास के साथ अगले राउंड के सीजफायर पर सहमति न बनने के बीच इजरायल ने गाजा में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में अब तक 400 लोग मारे जा चुके हैं।
यही नहीं हमास के भी 5 सीनियर कमांडर ढेर हुए हैं। हमास ने भी इन मौतों की पुष्टि की है। इन हमलों में हमास सरकार के हेड एसाम अदालीस मारे गए हैं।
इसके अलावा डिप्टी कानून मंत्री अहमद अल-हत्ता की भी मौत हुई है। हमास के सुरक्षा सेवाओं का नेतृत्व करने वाले महमूद अबू वत्फा की भी मौत हो गई है।
इंटरनेशनल सिक्योरिटी सर्विस के डीजी अबू सुलतान की भी मौत हुई है। इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता की भी मौत इन हमलों में हुई है। इस तरह इजरायल ने एक दिन के अंदर ही ताबड़तोड़ हमले किए हैं और हमास को करारा झटका दिया है।
इजरायल के इन भीषण हमलों का अमेरिका ने भी समर्थन किया है। अमेरिकी प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट का कहना है कि इजरायल ने पहले ही इस बारे में जानकारी दी थी।
उन्होंने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप तो पहले ही कह चुके हैं कि हम हमास, हूथी, ईरान और इस्लामिक जिहाद जैसे संगठनों के खिलाफ हैं।
इन्हें खत्म करने के हम पक्ष में हैं। ये संगठन इजरायल ही नहीं बल्कि अमेरिका के लिए भी खतरा हैं। ऐसे में इनको निशाना बनाने पर हमारी भी सहमति है।
ऐसे सभी संगठनों को टारगेट किया जाएगा। इससे साफ है कि अमेरिका भी इजरायल के इन ताबड़तोड़ हमलों में साथ है और आने वाले दिनों में यह संकट और बढ़ सकता है।
माना जा रहा है कि ईरान और हमास की ओर से इसका जवाब भी आ सकता है। इजरायली हमलों से खफा हमास का कहना है कि हम तो सीजफायर के लिए तैयार थे, लेकिन इजरायल ने ही एकतरफा हमले किए हैं।
हमास ने इजरायल के कुल 250 लोगों को बंधक बनाया था। इनमें से 59 अब भी उसके कब्जे में हैं और हमास का कहना है कि इजरायल ने शायद मान लिया है कि उसे बाकी बंधक नहीं चाहिए।
वहीं बेंजामिन नेतन्याहू ने हमलों पर सफाई दी है और कहा कि हमास ने सीजफायर की वार्ता को आगे नहीं बढ़ाया। ऐसे में उन्हें हमलों का ही आदेश देना पड़ा।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली अटैक में 404 लोग मारे गए हैं। किसी एक दिन में ही हमलों में मारे जाने वालों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।