प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
सनातन धर्म में एकादशी व्रत का बड़ा महत्व है। हर माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को व्रत रखा जाता है और जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णुजी की पूजा-अर्चना की जाती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल 10 मार्च 2025 को आमलकी एकादशी है।
इस दिन विष्णुजी और मां लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन आंवले के पेड़ की भी पूजा-अर्चना की जाती है।
आमलकी एकादशी के दिन सुख-सौभाग्य की प्राप्ति के लिए कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं। आइए जानते हैं आमलकी एकादशी की सही तिथि और विशेष उपाय…
आमलकी एकादशी 2025: द्रिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 09 मार्च 2025 को सुबह 07: 45 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 10 मार्च 2025 को सुबह 07: 44 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार,10 मार्च 2025 को आमलकी एकादशी व्रत रखा जाएगा।
आमलकी एकादशी व्रत के उपाय:
आमलकी एकादशी के दिन आंवले का पेड़ लगाना अति शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और रोजाना आंवले के पेड़ पर जल चढ़ाने और पूजा करने से धन-संपन्नता बनी रहती है।
आमलकी एकादशी के दिन आंवला दान करना शुभ माना गया है। इस दिन किसी मंदिर या जरूरतमंद को आंवला दान कर सकते हैं।
कहा जाता है कि ऐसा करने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है।
आमलकी एकादशी के विष्णुजी की पूजा करना चाहिए और आंवले के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध, फूल, अक्षत, रोली इत्यादि अर्पित करना चाहिए।
साथ ही आंवले के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और रिश्तों में प्रेम बढ़ता है।
इसके अलावा आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्जवलित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर ‘ऊँ श्री विष्णु प्रियाय नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।