भारतीय वायुसेना का एएन-32 ट्रांसपोर्ट विमान पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट पर शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
यह घटना हरियाणा के पंचकूला में एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश कुछ ही घंटों के अंदर हुई।
वायुसेना अधिकारियों के मुताबिक, एएन-32 को दुर्घटनास्थल से हटाने का काम जारी है और इसके सभी क्रू मेंबर सुरक्षित हैं।
इससे पहले वायुसेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान हरियाणा के पंचकूला जिले के रायपुररानी इलाके में क्रैश हो गया। यह विमान अंबाला एयरबेस से एक रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था।
पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए विमान को आबादी वाले इलाके से दूर ले जाकर इजेक्ट कर लिया, जिससे किसी नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ।
वायुसेना ने बयान जारी कर कहा कि तकनीकी खराबी के कारण हादसा हुआ और इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
बीते कुछ महीनों में वायुसेना के विमानों के क्रैश होने की कई घटनाएं सामने आई हैं। फरवरी 2025 में वायुसेना का एक मिराज-2000 फाइटर जेट मध्य प्रदेश के शिवपुरी में खेतों में गिर गया था।
वहीं, सितंबर 2024 में राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक मिग-29 विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
इसी बीच, एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय की एक उच्चस्तरीय समिति ने वायुसेना के लिए नए मल्टी-रोल फाइटर जेट्स की खरीद को मंजूरी दे दी है।
यह फैसला वायुसेना की युद्धक क्षमताओं को मजबूत करने के लिए लिया गया है, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।