18 घंटे की लंबी उड़ान, हवा में ही किया ईंधन भराव — कैसे ईरान पर हमला कर लौटे अमेरिका के 7 लड़ाकू विमान?…

अमेरिका के पेंटागन ने रविवार को ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों को लेकर कई हैरान करने वाली बातें साझा की हैं।

पेंटागन ने कहा कि मात्र 25 मिनट के अंदर अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन का नाम ‘मिडनाइट हैमर’ दिया गया था।

पेंटागन ने बताया कि अमेरिका के B-2 बॉम्बर विमान 18 घंटे तक आसमान में उड़ते रहे। अमेरिका के मिसौरी से ईरान तक के सफर के दौरान भी विमानों की जानकारी लीक नहीं हुई। कोई भी देश इन्हें डिटेक्ट नहीं कर पाया।

अमेरिका ने बताया कि यह ऑपरेशन शनिवार को ही एक डाइवर्जन के साथ शुरू हो गया था। बी-2 विमानों का एक ग्रुप गुआम की तरफ उड़ान भर रहा था।

हालांकि वास्तविक मिशन कुछ और था। इस मिशन में सात बी-2 विमान शामिल थे। वे शांति से ईरान की ओर उड़ान भर रहे थे। इन विमानों की रिफ्यूलिंग भी हवा में ही की गई।

अमेरिका ने ईरान के फोर्दो, नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन में एक क्रूज मिसाइल भी दागी गई थी।

मिसाइल को एक सबमरीन से दागा गया। नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए अमेरिका ने 30 टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल किया था। बता दें कि अमेरिका का बी-2 स्टील्थ बॉम्बर वायुसेना का बेहद खास हथियार है।

यह विमान दुनियाभर में सबसे ज्यादा समय तक उड़ान भरने वाले विमानों में है। इसे नॉर्थरोप ग्रूमन कंपनी ने बनाया है। इस विमान को आसानी से ट्रैक नहीं किया जा सकता है।

यह इतनी ऊंचाई पर उड़ता है कि सामान्य एयर डिफेंस के लिए इसे भेद पाना मुमकिन ही नहीं है। आर रडार सिस्टम भी इसे नहीं पकड़ पाता है।

डिजाइन की वजह से यह बेहद कम रडार क्ऱस सेक्शन बनाता है। इस वजह से इसे पकड़ पाना मुश्किल होता है। यह एक बार में 6 हजार नॉटिकल मील की दूरी तय करने में सक्षम है।

इसके अलावा ईरान के परमाणु ठिकानों को को तबाह करने के लिए भारी बम की जरूरत थी जिसे ले जाने में ये विमान सक्षम हैं।

अमेरिका ने 30 हजार पाउंड के मैसिव ऑरिडनेंस पेनिट्रेटर का इस्तेमाल करके ईरान के भूमिगत परमाणु ढांचों को तबाह किया। अमेरिका के रक्षा सचिव पेट हेगसेथ ने बताया कि इस ऑपरेशन में कुल 125 विमानों का इस्तेमाल किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *