बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड सुप्रीमो नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव सोनिया गांधी से मिलने के लिए दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंचे हैं।
विपक्ष की एकता की चर्चा के बीच नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव और सोनिया गांधी के बीच यह पहली मुलाकात है।
नेताओं के इस मुलाकात को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी खेमे को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमने सोनिया जी से बात की, हमारा विचार है देश में अनेक दलों को एकजुट करना और मिलकर प्रगति के लिए काम करना।
उनके पार्टी अध्यक्ष का चुनाव है इसके बाद आगे की बात होगी।
नीतीश कुमार के नाम के लिए कांग्रेस की हामी जरूर
सूत्रों का हवाला देते हुए समाचार एजेंसी एएनआई ने कहा कि बैठक न केवल विपक्षी खेमे को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि कई अन्य कारणों से भी अहम है क्योंकि लालू प्रसाद यादव विपक्ष की एकता को मजबूत करने के लिए सोनिया गांधी से आश्वासन मांगेंगे।
एएनआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार विभिन्न क्षेत्रीय दलों के नेताओं से संपर्क करने के लिए कांग्रेस प्रमुख की राय जान सकते हैं और उनकी हामी ले सकते हैं।
पांच सालों में तीन दलों की पहली बैठक
पिछले पांच सालों में तीन दलों कांग्रेस, जदयू और राजद के प्रमुख के बीच यह पहली आधिकारिक बैठक है।
अगर तीनों नेताओं के बीच में बात बनती है तो केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के एकजुट करने के 2024 के अभियान को बढ़त हासिल हो सकती है। एनडीए से अलग होने के बाद नीतीश कुमार और सोनिया गांधी के बीच भी संभवत: पहली मुलाकात है।
कई और पार्टियों से बातचीत हो सकती है शुरू
रिपोर्ट के अनुसार, लालू यादव और नीतीश कुमार तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD), आंध्र प्रदेश में वाई एर आर कांग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (BSP) के अलावा यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, ओडिशा में सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल और जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ संपर्क कर उनसे बातचीत शुरू कर सकते हैं।
इनेलो की रैली में जुटे थे कई दिग्गज
रविवार को हरियाणा के फतेहाबाद में भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) की रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत विपक्ष के कई नेता मंच साझा किए।
इतने सारे ‘क्षत्रपों’ के एक साथ एक मंच पर आने को ‘विपक्षी एकता’ को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। रैली में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार सोनिया गांधी से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचे हुए हैं।