बांग्लादेश की यूनुस सरकार के लिए मुश्किलों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
अमेरिका के बाद अब स्विट्जरलैंड ने भी बांग्लादेश को मिलने वाली वित्तीय मदद पर रोक लगाने का फैसला कर लिया है।
इस ऐलान के बाद बांग्लादेश सरकार को बड़ा आर्थिक झटका लगा है, क्योंकि कई विकास परियोजनाओं की फंडिंग इसी सहायता राशि से होती थी।
स्विट्जरलैंड के फैसले से बढ़ेंगी बांग्लादेश की मुश्किलें
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, स्विट्जरलैंड की संसद ने हाल ही में अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोग बजट में कटौती करने का निर्णय लिया था।
इसी फैसले के तहत 2024 से बांग्लादेश को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को बंद करने की घोषणा कर दी गई है। स्विस फेडरल काउंसिल के मुताबिक, 2026 से 2028 के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बजट में 353 मिलियन डॉलर की कटौती की जाएगी।
इस फैसले का सीधा असर बांग्लादेश के अलावा अल्बानिया और जाम्बिया जैसे देशों पर भी पड़ेगा। हालांकि, युद्धग्रस्त यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
ट्रंप के फैसले के बाद और बढ़ा संकट
स्विट्जरलैंड से पहले अमेरिका ने भी बांग्लादेश को मिलने वाली सभी तरह की वित्तीय सहायता बंद कर दी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आने के तुरंत बाद बांग्लादेश समेत कई देशों के लिए मदद पर रोक लगा दी थी। ट्रंप सरकार के इस फैसले से बांग्लादेश में चल रही कई विकास योजनाओं पर ताला लग गया है।
ट्रंप के फैसले के बाद और बढ़ा संकट
स्विट्जरलैंड से पहले अमेरिका ने भी बांग्लादेश को मिलने वाली सभी तरह की वित्तीय सहायता बंद कर दी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आने के तुरंत बाद बांग्लादेश समेत कई देशों के लिए मदद पर रोक लगा दी थी। ट्रंप सरकार के इस फैसले से बांग्लादेश में चल रही कई विकास योजनाओं पर ताला लग गया है।
भारी दबाव में बांग्लादेश
अमेरिका और स्विट्जरलैंड जैसे अमीर देशों की सहायता बंद होने के बाद बांग्लादेश की यूनुस सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।
विदेशी फंडिंग के सहारे चल रही परियोजनाओं पर संकट मंडराने लगा है। जानकारों का कहना है कि अगर जल्द ही कोई नया आर्थिक सहयोगी नहीं मिला तो बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ सकता है।