जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सोमवार को सरकार से सौदा करने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया।
खान ने कहा कि वह न तो पाकिस्तान सरकार के साथ अपनी रिहाई को लेकर कोई सौदा करना चाहते हैं और न ही कोई अन्य देश उन्हें जेल से निकालने की कोशिश कर रहा है। यह सब फालतू की बातें हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की बहन अलीमा खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर मीडिया कर्मियों से यह बात कही।
उन्होंने बताया कि इमरान खान ने यह भी कहा कि जब उन पर मुकदमें चल ही रहे हैं और वह धीरे-धीरे कम हो रहे हैं, उनको किसी सौदे की जरूरत ही क्या है।
मैंने पहले ही जेल की हवा खा ली है। तो अब मुकदमों के खत्म होते समय आखिर वो कोई सौदा क्यों करें।
इमरान खान की तरफ से यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब पीटीआई की एक टीम विभिन्न राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रही है।
अलीमा ने कहा कि बातचीत के लिए गया यह दल दो मांगे रखेगा। इसमें मुख्य रूप से सभी राजनैतिक दलों की रिहाई और 9 मई 2023 और इस साल 26 नवंबर कोई हुई हिंसा की जांच के लिए एक आयोग के गठन की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक खान ने गुरुवार को अपने वकीलों और पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मुझे सौदा करने का संदेश मिला है, जिसमें उन लोगों ने कहा है कि वे हमारी पार्टी को राजनीतिक स्थान देंगे, लेकिन मुझे आदियाला जेल से निकालकर मेरे बानी गाला निवास में नजरबंद कर दिया जाएगा।
खान ने कहा कि इस प्रस्ताव पर मैंने कह दिया कि पहले उन सभी राजनैतिक कैदियों को रिहा किया जाए, जिन्हें सरकार ने केवल बदला लेने के उद्देश्य से जेल में भर रखा है।
मैं जेल में रहूंगा लेकिन कोई भी सौदा मंजूर नहीं करूंगा। मैं खैबर पख्तूनख्वा में नजरबंद या किसी जेल में नहीं जाऊंगा। खान और उनके साथियों के बीच की यह बातचीत उनके सोशल मीडिया अकाउंट से पब्लिश की गई थी।
हालांकि इस पोस्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इमरान खान को यह पेशकश किसने की थी।