राजस्थान में कांग्रेस की उठापटक को बीजेपी दूर से देख रही है।
उस पर उसकी नजरें हैं, लेकिन, वह यहां की जोड़-तोड़ से कोसों दूर रहेगी।
बीजेपी के बड़े नेता के मुताबिक पार्टी पिछले चार सालों से राजस्थान मे कांग्रेस की नीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। अब इस सरकार के कार्यकाल मे तकरीबन एक साल का वक्त बचा है, ऐसे में एक साल के लिए सरकार में आकर बीजेपी एंटी इनकम्बसी अपने सिर नहीं लेना चाहती।
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस की खींचतान पर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व नजर बनाए हुए है। बीजेपी इस बात के लिए तैयार है कि अगर कांग्रेस की आपसी लड़ाई की वजह से राजस्थान की सरकार गिरती है तो बीजेपी सरकार बनाने कि कोशिश नहीं करेगी, बल्कि चुनाव कराने को तवज्जो देगी। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि पार्टी चुनाव के लिए हमेशा तैयारी रहती है। उसने दावा किया है कि राजस्थान में जब-जब कांग्रेस की ये हालत हुई है, तब-तब विधानसभा चुनाव में पार्टी को दो तिहाई सीटों से जीत मिली है।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में शुरुआत से कांग्रेस एक जुट नहीं थी और उनकी आपसी खींचतान का खामियाजा राज्य के लोगों को उठाना पड़ा है। बीजेपी फिलहाल ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में है। लेकिन कांग्रेस की इस आपसी लड़ाई ने बीजेपी को नए जोश के साथ सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है। बता दें, राजस्थान चुनाव के लिए बीजेपी ने महीनों पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। कुछ दिन पहले ही गृह मंत्री अमित शाह ने जोधपुर मे बीजेपी की एक बैठक के साथ-साथ जनसभा को भी संबोधित किया था। पार्टी ने इसी साल बीजेपी के पदाधिकारियों की बैठक जयपुर में की थी। सूत्रों के मुताबिक पार्टी इस साल के अंत में पूरे राज्य में यात्रा निकालने की योजना बना रही है।