भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान और अमेरिका के आपसी संबंध पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इन दोनों देशों का ऐसा रिश्ता है, जिससे न तो पाकिस्तान को फायदा हुआ है और ना ही अमेरिकी हित पूरी हुई है।
अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्ते पर सवाल उठाते हुए एस जयशंकर ने कहा कि कि इस्लामाबाद के साथ वाशिंगटन के संबंधों ने ‘अमेरिकी हित’ को पूरा नहीं किया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को वाशिंगटन में भारतीय अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ये बात कही।
भारत के विदेश मंत्री द्वारा यह टिप्पणी तब की गई जब दर्शकों ने भारतीय मंत्री से पाकिस्तान के साथ एफ-16 लड़ाकू विमानों पर अमेरिकी कार्रवाई पर सवाल किया।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के जो रिश्ते हैं, उससे न ही कभी पाकिस्तान को फायदा हुआ और न ही अमेरिका को।
अब अमेरिका को इस बात पर विचार करना चाहिए कि उन्हें पाकिस्तान के साथ संबंध बनाए रखने से क्या फायदा मिल रहा है।
वहीं एफ-16 के लिए पैकेज देने पर अमेरिका ने सफाई देते हुए कहा था कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए एफ-16 के रख-रखाव के लिए पैकेज को मंजूरी दी गई है।
इसी तर्क पर टिप्पणी करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हर कोई जानता है कि एफ-16 का कहां और किसके खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है।
एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आप इस तरह की बातें कहकर किसी को मूर्ख नहीं बना सकते।
बता दें कि कुछ ही हफ्ते पहले, 2018 के बाद पहली बार, अमेरिकी विदेश विभाग ने 450 मिलियन अमरीकी डालर की लागत से पाकिस्तान वायु सेना के F-16 बेड़े और उपकरणों की रख-रखाव के लिए पाकिस्तान सरकार को एक विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) को मंजूरी दी।
इस दौरान भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को पाकिस्तान के F-16 बेड़े के लिए एक पैकेज प्रदान करने के वाशिंगटन के फैसले पर भारत की चिंताओं से अवगत कराया था।