दिल्ली वक्फ बोर्ड भर्ती में कथित अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ‘मनी ट्रेल’ की जांच करने वाला है।
16 सितंबर को गिरफ्तार AAP विधायक को कोर्ट ने शनिवार को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
वहीं पुलिस अब उनके करीबी कौशर इमाम सिद्दीकी उर्फ लड्डन की तलाश कर रही है। जामिया नगर के जोगा बाई एक्सटेंशन स्थित उसके फ्लैट से एसीबी की एक टीम ने एक देसी पिस्तौल और 12 लाख रुपये जब्त किए, जिसके बाद से वह व्यक्ति लापता बताया जा रहा है।
एसीबी ने लड्डन के आवास से एक लाल डायरी भी जब्त की है, जिसे एक महत्वपूर्ण सबूत बताया जा रहा है।
एसीबी के अनुसार, जांच का दायरा अब बढ़ाया जा सकता है क्योंकि इसमें तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड और गुजरात जैसे राज्यों के लेनदेन के लिंक पाए गए हैं।
यह सब तब शुरू हुआ जब एसीबी ने 15 सितंबर को ओखला विधायक अमानतुल्ला खान को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्हें दिल्ली वक्फ बोर्ड भर्ती में कथित अनियमितताओं के संबंध में उनके खिलाफ दो साल पुराने मामले में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था।
इस संबंध में जनवरी 2020 में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में खान ने नियमों और विनियमों के उल्लंघन में अनुबंध के आधार पर 32 कर्मचारियों की भर्ती की थी।
साथ यह भी आरोप लगाया गया था कि वक्फ की 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अनधिकृत व्यक्तियों को जारी की गई थी।
5 घंटे से अधिक की गई पूछताछ
विधायक अमानतुल्ला खान को पूछताछ के लिए बुलाया गया और वह शुक्रवार की नमाज का हवाला देते हुए तय समय से करीब तीन बजे एसीबी कार्यालय पहुंचे।
उनसे पांच घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई और अंतत: रात करीब साढ़े आठ बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली एसीबी के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मधुर वर्मा ने कहा, “दिल्ली एसीबी ने विधायक अमानतुल्ला खान को उनके खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री और सबूतों के आधार पर और छापेमारी के दौरान बरामदगी के आधार पर गिरफ्तार किया।”
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पूछताछ का खान की गिरफ्तारी से बहुत कम लेना-देना था, लेकिन दक्षिणी दिल्ली में एक साथ जो कुछ भी हुआ, वह इस कदम के लिए जिम्मेदार था।
विधायक ने आरोपों से किया इनकार
अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए विधायक अमातुल्ला खान ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश है।
उन्होंने कहा, ‘वे आप को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे घर से कुछ भी नहीं मिला है, और मैं दूसरों की गारंटी नहीं ले सकता।’ इस मामले में गिरफ्तार अली का बयान भी अदालत में पढ़ा गया, जहां उसने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उसने खान के वित्तीय मामलों को संभाला था।
उसने अपने बयान में कहा है कि ‘खान ने मुझे गोला-बारूद रखने के लिए कहा था, जिसका इस्तेमाल ‘सही समय’ पर किया जाना था।’
हालांकि लड्डन फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है क्योंकि उन्होंने उसकी संपत्ति से दो डायरियां भी जब्त की हैं, जिन्हें मामले के लिए जरूरी बताया जा रहा है।
लाल डायरी की भूमिका
एसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें लड्डन के फ्लैट से दो डायरियां मिली हैं। “एक लाल डायरी में बहुत कुछ है जिसकी जांच की आवश्यकता है।
करोड़ों रुपये की कई एंट्री हैं और वह भी अमानतुल्ला खान के नाम पर,” अधिकारी ने कहा। एजेंसी खान से जुड़ी इन सभी एंट्री के आधार पर मनी ट्रेल का अनुमान लगा रही है, जिसका संबंध तेलंगाना, गुजरात, बिहार और उत्तराखंड जैसे राज्यों से है।
वहीं, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि इसका दुबई से भी कुछ लेना-देना हो सकता है। अमानतुल्ला खान के नाम से डायरी में 5 करोड़ रुपये की “संदिग्ध” एंट्री हैं।
एसीबी के सूत्रों ने कहा कि अली के पास से चेक बुक और कई अन्य दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, जो भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हैं।
हालांकि, एजेंसी को और गहराई से जाने की जरूरत है और अधिकारी मामले की जांच सिर्फ भ्रष्टाचार के एंगल से नहीं करना चाहते हैं।
जानें आगे क्या होगा?
मामले में दर्ज तीन प्राथमिकी में से एक एसीपी रैंक के एक अधिकारी की है, जिसे खान के कथित सहयोगियों द्वारा पीटा गया था।
घटना का वीडियो कोर्ट में चलाया गया। घटनाक्रम खान के खिलाफ हो गया है, जबकि रविवार को चार और व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि लड्डन की गिरफ्तारी कहानी की खामियों को दूर करेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी अटकलें थीं कि वह तेलंगाना में हो सकता है।
अधिकारियों को विश्वास है कि उनके पास उसके स्थान के बारे में इनपुट हैं, और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।