आयकर विभाग (Income Tax Department) ने दिल्ली स्थिति थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) के बाद अब ग्लोबल एनजीओ ऑक्सफैम इंडिया पर छापेमारी की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग की ओर से यह छापेमारी विदेश से मिले फंड में कथित फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) उल्लंघन से संबंधित हैं।
आयकर विभाग ने इन संगठन के परिसरों में बुधवार दोपहर को छापा मारा था। छापेमारी के दौरान बैंक खातों और वित्तीय लेनदेन को लेकर सर्वे किया गया।
सूत्रों ने कहा कि कार्यालय के कर्मचारियों और मुख्य डायरेक्टरों और पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गई। चाणक्यपुरी में धर्म मार्ग स्थित सीपीआर कार्यालय परिसर के बाहर मीडियाकर्मी इंतजार करते दिखे।
हालांकि, ऑक्सफैम इंडिया, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च और बेंगलुरु स्थित इंडिपेंडेंट एंड पब्लिक स्पिरिटेड मीडिया फाउंडेशन (IPSMF) की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा, सर्वे के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों ने धन मिलने के सात-साथ इन संगठनों की बैलेंस शीट भी देख रहा है।
क्या कहता है कानून?
कानून के मुताबिक, विदेशी फंड हासिल करने वाले सभी एनजीओ को एफसीआरए के तहत रजिस्टर कराना होता है।
सरकार ने पिछले पांच वर्षों में कानून के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए लगभग 1900 गैर सरकारी संगठनों का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है। दिसंबर 2021 के अंत तक 22,762 एफसीआरए-पंजीकृत संगठन थे।
गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के ठिकानों पर छापा
इसके साथ-साथ आयकर विभाग ने बुधवार को कुछ पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों (RUPP) और उनके कथित संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के खिलाफ कई राज्यों में छापेमारी की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में कम से कम 110 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
पुलिस आयकर विभाग के दलों की मदद कर रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत में करीब 2,800 पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल हैं।