शराबबंदी पर सुझाव देने के लिए बनी राजनीतिक समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने शराबबंदी पर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा, शराबबंदी आम जनता का मुद्दा नहीं है, मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा यह षडयंत्र करती है।
अगर भाजपा में दम है तो बीजेपी पार्टी शासित प्रदेशों में शराब को बंद करके दिखाएं।
भाजपा महिला मोर्चा की ओर से शराबबंदी को लेकर प्रस्तावित आंदोलन पर सवाल पूछने पर कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा, भाजपा की जहां-जहां सरकारें हैं, वहां तो करके दिखा दे उनकी अगर ताकत है तो।
वहां तो वे कर नहीं पा रहे हैं, और यहां एक बात पकड़कर बैठ गए हैं।
महंगाई पर क्यों नहीं बोलते भाजपा के नेता? उस पर बोलने में क्या दिक्कत है? महंगाई के खिलाफ कुछ बोलेंगे नहीं और इधर-उधर की बात करेंगे।
सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि, मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इनकी योजना बनती है, षड्यंत्र होता है। इसका कुछ असर जनता में नहीं होने वाला है।
शराब जनता का मुद्दा नहीं है, यह भाजपा का मुद्दा हो सकता है। आम जनता का अगर शराब कोई मुद्दा है तो इस पर सर्वे कराकर देख लिया जाए।
सब कुछ सामने आ जाएगा। हम कह रहे हैं कि, जो लोग शराब पीने के आदी हैं वे कैसे शराब पीना बंद कर देंगे। नशामुक्ति केंद्र खोले जा रहे हैं, लोगों से रिक्वेस्ट की जा रही है कि, वे इस बुराई से दूर रहें।
लोग अगर समझदारी से काम करेंगे तो समस्या का हल हो जाएगा। इसका रास्ता एक है और कोई रास्ता नहीं है।
एकमत फैसला होगा तभी सर्वमान्य
सत्यनारायण शर्मा ने शराबबंदी के लिए बनी समितियों का जिक्र करते हुए कहा, शराब एक सामाजिक समस्या है। सभी राजनीतिक दल बैठकर चर्चा करेंगे।
एकमत से जो फैसला होगा वह सर्वमान्य होता है। एक सामाजिक समिति भी है, जिसमें सामाजिक नेता हैं।
एक प्रशासनिक समिति भी है। हम लोगों ने यह भी तय किया है कि दूसरे राज्यों में जाकर अध्ययन करेंगे कि वहां क्या स्थिति है।