सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक- छत्तीसगढ़): धमतरी- दशहरा के रावण पुतला दहन का मामला अब राजनीतिक रूप ले चुका है वहीं विपक्षी भाजपा के पार्षद व भाजयुमो के कार्यकर्ता इसको लेकर काफी उग्र नजर आए।
मालूम हो कि दशहरा पर्व पर नगर निगम द्वारा रावण का पुतला निर्माण लगभग ₹45000 में करवाया गया था इस पुतले के निर्माण को लेकर शहर की जनता काफी निराश हुई, क्योंकि रावण का जो पुतला बनाया गया था उसमे भारी अनियमितता थी, वही चंद सैकंडों में 30 फीट का पुतला जलकर खाक तो हो गया लेकिन रावण के सभी 10 सर सही सलामत रह गए।
जिसे बाद में फिर जलाया गया। यह मामला शहर या राज्य ही नहीं पूरे देश में आग की तरह फैल गया।
इस मामले को लेकर सोमवार को भाजयुमो के कार्यकर्ता निगम कार्यालय में एक अनोखा प्रदर्शन कर निगम की देश भर में हो रही बदनामी के चलते बेशर्म का फूल भेंट करने निगम आयुक्त के पास पहुंचे थे।
इस दौरान आयुक्त से तीखी नोंक झोंक भी हुई जिसके बाद आयुक्त ने बेशर्म के फूल लेने से इंकार कर दिया, फिर भाजयुमो ने वो बेशर्म के फूल निगम के ईई को सौंप दिया।
मीडिया से बात कर भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने बताया कि निगम निर्माण कार्यों में तो कमीशनखोरी करती ही है, लेकिन रावण के पुतला निर्माण में भी अनियमितता! बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
इस मामले में छोटे कर्मचारियों को टारगेट करना छोड़ निगम को जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। और अगर जिम्मेदारों पर कार्यवाही नही की गई तो भाजयुमो आगे भी उग्र आंदोलन करने बाध्य होगी।
बहरहाल इस मामले में निगम आयुक्त विनय पोयाम का कहना है कि भाजयुमो का विरोध करने का ये तरीका गलत है, इसकी जिला प्रशासन स्तर तक शिकायत की जायेगी।
इस मामले में दशहरा के दूसरे ही दिन निगम प्रशासन ने निगम के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया था साथ ही तीन अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जांच अभी जारी है, जो भी दोषी होगा उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।