अमेरिका ने सीरियाई विद्रोही नेता पर रखा था 1 करोड़ डॉलर का इनाम, अब क्यों किया वापस?…

सीरिया में तख्तापलट के बाद अमेरिका का रुख विद्रोही गुट के लिए भी नरम हो रहा है।

अमेरिकी सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक सीरियाई विद्रोही नेता को पकड़ने के लिए प्रस्तावित एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के इनाम पर आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।

विद्रोहियों के समूह ने इस महीने की शुरूआत में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया था। अमेरिका असद सरकार के पहले भी खिलाफ था।

हालांकि अमेरिका ने विद्रोही गुट को ISIS से लिंक होने की वजह से आतंकवादी की लिस्ट में रखा था। बाद में विद्रोही गुट ने ऐलान किया कि उसने आतंकवादी संगठनों से खुद को अलग कर लिया है।

सीरिया में तख्तापलट के बाद अमेरिका को भी उम्मीद है कि सीरिया के साथ उसके संबंध सुधर जाएंगे।

यह घोषणा दमिश्क में हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेता अहमद अल-शराआ और पश्चिम एशिया के लिए शीर्ष अमेरिकी राजनयिक बारबरा लीफ के बीच हुई बैठक के बाद की गई।

राष्ट्रपति बशर असद के अपदस्थ होने के बाद सीरिया पहुंचा अमेरिकी राजनयिकों का पहला समूह फिलहाल दमिश्क में है, जो देश के नए नेताओं के साथ बातचीत करेगा और अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के ठिकानों का पता लगाएगा।

विदेश मंत्रालय की सहायक सचिव बारबरा लीफ, सीरिया में विशेष राजदूत रहे डेनियल रबिंस्टीन और बंधकों की रिहाई से संबंधित वार्ताओं के लिए बाइडन प्रशासन के मुख्य दूत रोजर कार्स्टंस सीरिया के अंतरिम नेताओं से बातचीत के लिए सीरिया गए हैं।

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार तड़के यह जानकारी दी। दमिश्क में 2012 में अमेरिकी दूतावास बंद होने के बाद से सीरिया की आधिकारिक यात्रा करने वाला अमेरिकी राजनयिकों का यह पहला समूह भी है।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “वे सिविल सोसाइटी, कार्यकर्ताओं और विभिन्न समुदायों के लोगों समेत सीरियाई लोगों से देश के भविष्य और अमेरिका की ओर से मदद के बारे में प्रत्यक्ष रूप से बातचीत करेंगे। ”

मंत्रालय ने कहा कि उनके एजेंडे में टाइस का पता लगाना भी शामिल है, जो 2012 में सीरिया में लापता हो गए थे।

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