पश्चिम बंगाल में 16 अगस्त से शराब की कीमतें बढ़ चुकी हैं। हालांकि, शराब पीने के शौकीन लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है।
जा से ठीक पहले कोलकाता के लोग पुरानी कीमतों पर बीयर और अन्य शराब खरीद सकेंगे। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कई खुदरा विक्रेता और दुकानें 16 अगस्त से पहले पुरानी कीमत वाली शराब का स्टॉक कर रहे थे।
वे शराब को नई कीमत पर तब तक नहीं बेच पाएंगे जब तक कि पूरी शराब और बीयर नहीं बिक जाती। ऐसे में पूजा के दौरान कई जगहों पर पुरानी कीमतों पर ही शराब बेची जाएगी।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगले 6-7 दिनों तक शराब और बीयर के कई ब्रांड पुरानी कीमतों पर ही बाजार में उपलब्ध रहेंगे।
इसके अलावा देश में बनी बीयर, विदेशी शराब के अपेक्षाकृत कम बिकने वाले ब्रांड एक और महीने तक पुराने दाम पर उपलब्ध रहेंगे। शरबा प्रेमी काली पूजा तक सस्ती शराब खरीद सकते हैं।
इससे पहले राज्य के वित्त विभाग ने पिछले साल जुलाई में उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही भारत निर्मित विदेशी शराब की कीमत न्यूनतम 20 रुपये तक बढ़ गई।
राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में शराब बेचकर 18 हजार करोड़ रुपये कमाए हैं। इस बार अगर शराब की कीमत बढ़ी तो वित्त वर्ष 2024-24 में सरकार की आय बढ़कर 20 हजार करोड़ हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में भारत निर्मित विदेशी शराब और विदेशों में निर्मित शराब की कीमतें औसतन 5 से 7 फीसदी तक बढ़ रही हैं। इस बीच, घरेलू शराब की कीमत प्रति बोतल 5 से 10 रुपये तक बढ़ रही है।
इससे पहले साल 2021 में पश्चिम बंगाल में शराब की कीमत में बढ़ोतरी हुई थी। इसके बाद 2022 में राज्य में बीयर की कीमत कम हो गई। वहीं फिर एक बार फिर शराब की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, देसी शराब की 600 मिलीलीटर की बोतल की कीमत फिलहाल 155 रुपये है। इसकी कीमत बढ़कर 160 टका हो सकती है।
वहीं 300 और 350 मिलीलीटर की छोटी बोतलों की कीमत क्रमश: 80 से 90 और 95 से 100 तक बढ़ सकती है। दूसरी ओर बीयर की एक बोतल जिसकी कीमत फिलहाल 135 रुपये है, उसकी कीमत 15 रुपये बढ़कर 150 तक हो सकती है।
भारत निर्मित विदेशी शराब की एक बोतल की कीमत में 20 से 30 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यानी पश्चिम बंगाल में भारत निर्मित विदेशी शराब और विदेश निर्मित शराब की कीमत में औसतन 5 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।