राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 9 जून को रियासी में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में सात जगहों पर तलाशी अभियान चलाया है।
अधिकारियों के मुताबिक इस हमले में आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं से भरी एक बस को निशाना बनाया था। आतंकियों ने कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही एक बस पर गोलीबारी शुरू कर दी थी।
शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रही बस रियासी के पौनी इलाके में तेरयाथ गांव के पास गोलीबारी की चपेट में आने के बाद सड़क से उतर गई और गहरी खाई में गिर गई थी।
इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई थी वहीं 41 घायल हो गए थे। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद 17 जून को जांच NIA को सौंप दी गई थी।
9 जून को हुए इस आतंकी हमले में दो साल के एक बच्चे और उत्तर प्रदेश के 14 साल के एक किशोर की भी मौत हो गई थी।
इस मामले में अब तक राजौरी के एक शख्स हाकम खान को आतंकवादियों को खाना, जगह मुहैया कराने और दूसरे मदद करने के साथ-साथ हमले से पहले इलाके की टोह लेने में उनकी सहायता करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि शिव खोरी आतंकी हमले के सिलसिले में आज सुबह से ही NIA की कई टीमें राजौरी और रियासी जिलों में तलाशी ले रही हैं।
लश्कर-ए-तैयबा पर शक
गिरफ्तार किए गए संदिग्ध से NIA की पूछताछ में हमले के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित गुट की बात सामने आई है।
NIA के अधिकारियों ने कहा है कि बस हमले में कम से कम तीन आतंकवादी शामिल हो सकते हैं। हाकम खान उर्फ हकीन दीन से मिली जानकारी के आधार पर NIA ने 30 जून को हाइब्रिड आतंकवादियों और उनके ओवरग्राउंड गुर्गों से जुड़े पांच जगहों पर तलाशी ली थी।
उससे पूछताछ में पाकिस्तान स्थित लश्कर के दो कमांडरों सैफुल्लाह (उर्फ साजिद जट्ट) और अबू कताल (उर्फ कताल सिंधी) के शामिल होने का भी पता चला है जिनके बारे में शक है कि उन्होंने हमलावरों के लिए हैंडलर के तौर पर काम किया था।