प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
भगवान श्रीगणेश के जन्म उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।
यह पर्व 10 दिनों तक चलता है और अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है। गणेश चतुर्थी के दिन भक्त गणपति बप्पा को श्रद्धा भाव से घर लाते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं।
इसके बाद बप्पा को डेढ़ दिन, तीसरे दिन, सातवें दिन या अनंत चतुर्दशी के दिन धूमधाम से विदा करते हैं। अगर आप 13 सितंबर 2024 यानी सातवें दिन बप्पा को विदा करने वाले हैं तो जानें गणपति विसर्जन के शुभ मुहूर्त-
13 सितंबर को गणेश विसर्जन के शुभ मुहूर्त-
द्रिक पंचांग के अनुसार, 13 सितंबर 2024, शुक्रवार को गणेश विसर्जन का प्रात: मुहूर्त सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर प्रारंभ होगा और सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
अपराह्न मुहूर्त दोपहर 12:16 पी एम से 01:49 पी एम तक रहेगा। इसके बाद का शुभ मुहूर्त 4:54 पी एम से 06:27 पी एम तक रहेगा।
अनंत चतुर्दशी का दिन गणेश विसर्जन के लिए महत्वपूर्ण- गणेशोत्सव के 11वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति या प्रतिमा को नदी, तालाब या समुद्र में विसर्जित किया जाता है।
विसर्जन से पहले विघ्नहर्ता श्रीगणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है और फल-फूल चढ़ाए जाते हैं। गणेश उत्सव के अंतिम दिन को गणेश विसर्जन के नाम से जानते हैं। भक्त भगवान गणेश के नाम के जयकारों के साथ इस समारोह में भाग लेते हैं।
घर पर भी किया जा सकता है विसर्जित- भगवान गणेश की प्रतिमा को घर में ही बाल्टी या टब में भी विसर्जित किया जाता है।
जब प्रतिमा पूरी तरह से पानी में घुल जाती है, तब उस जल को पेड़-पौधों या किसी स्वच्छ स्थान पर प्रवाहित करना चाहिए।