जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर के नए मार्ग पर सोमवार को भूस्खलन होने से दो महिला तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि पांच वर्ष की एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में जान गंवाने वाली दोनों महिलाएं पंजाब और उत्तर प्रदेश की रहने वाली थीं।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन के बाद हिमकोटि मार्ग पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही रोक दी गई, लेकिन त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर की तीर्थयात्रा पारंपरिक सांझीछत मार्ग से जारी रही।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए जनहानि पर दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान पंजाब के गुरदासपुर के ध्यानपुर गांव निवासी सपना (27) और उत्तर प्रदेश के कानपुर की नेहा (23) के रूप में हुई है।
सिन्हा ने शोक संदेश में कहा, ‘‘श्री माता वैष्णो देवी श्राइन मार्ग पर आज पत्थर गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण तीर्थयात्रियों के बहुमूल्य जीवन की हानि के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। मैंने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और जिला प्रशासन, रियासी को प्रभावित परिवारों को नियमों के अनुसार सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने और घायलों की सर्वोत्तम देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।’’
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन मार्ग पर अपराह्न करीब सवा दो बजे भवन से तीन किलोमीटर पहले पंछी के पास हुआ। उन्होंने बताया कि इसमें मार्ग के ऊपर बनाया गया लोहे के ढांचे का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि मंदिर की ओर जा रहे तीर्थयात्री भूस्खलन के बाद लोहे के ढांचे के नीचे फंस गए। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण पत्थर गिरने से हुआ।
रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं।
महाजन भी स्थिति का जायजा लेने तथा घायल बच्ची का व्यक्तिगत रूप से हाल जानने के लिए वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) के आपदा प्रबंधन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया।
घायल लड़की – कानपुर की रहने वाली सानवी – को उपचार के लिए श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायल लड़की के दादा एल. प्रसाद ने बताया कि वे मंदिर मार्ग पर चढ़ाई से थोड़ा विराम ले रहे थे, तभी पुलिस ने बंदरों के भय के कारण मार्ग को खाली कराना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अचानक भूस्खलन हुआ और मलबा टिन शेड पर गिर गया, जो ढह गया।’’वर्ष 2022 में नये साल के दिन, मंदिर में भगदड़ मचने से 12 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी जबकि 16 अन्य घायल हो गए थे।
शक्तिपीठों में से एक
हिन्दू मान्यता अनुसार, श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मां आदिशक्ति दुर्गा स्वरूप मां वैष्णो देवी का प्रसिद्ध मंदिर है।
मां के इस रूप को त्रिकुटा और वैष्णवी नाम से भी जाना जाता है। यह जम्मू और कश्मीर में कटरा से करीब 14 किलोमीटर दूर त्रिकुट पर्वत पर स्थित है। वेद पुराणों में यह मंदिर 108 शक्ति पीठ में शामिल है।