यूक्रेन का रूस में सबसे बड़ा ड्रोन अटैक, न्यूक्लियर प्लांट पर चाहता था कब्जा; पुतिन की सेना ने कैसे किया नाकाम…

 यूक्रेन ने फरवरी 2022 से रूस के साथ शुरू हुए युद्ध के बाद पहली बार रूसी धरती पर घुसपैठ की है। यूक्रेनी सेना रूसी धरती पर लगातार आगे बढ़ रही है।

हालांकि उसकी रूस के न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा करने की प्लानिंग धरी की धरी रह गई।

रूसी सेना के एक रेजिमेंट अखमत के एक कमांडर ने बुधवार को बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद यूक्रेन के मंसूबे कामयाब नहीं हुए।

इसके लिए यूक्रेन के बाकायदा रूसी सैन्य हवाई क्षेत्रों पर अपना अब तक का ‘सबसे बड़ा’ ड्रोन हमला भी किया।

यूक्रेनफॉर्म समाचार एजेंसी ने यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसएसयू) के सूत्रों के हवाले से बताया कि लंबी दूरी के ड्रोन विमानों ने बुधवार रात कुर्स्क और वोरोनिश शहरों, बोरिसोग्लब्स्क शहर और पश्चिमी रूस के सावासलीका गांव में हवाई ठिकानों पर हमला किया।

उन्होंने हालांकि छोड़े गए ड्रोन की संख्या का विवरण नहीं दिया और कहा कि हमले का उद्देश्य गाइडेड बमों के साथ यूक्रेन पर हमले करने के लिए हवाई क्षेत्रों का उपयोग करने की रूस की क्षमता पर अंकुश लगाना था।

11 अगस्त थी न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा करने की योजना

यूक्रेन ने 11 अगस्त को कुर्स्क परमाणु ऊर्जा संयंत्र को जब्त करने और एक अल्टीमेटम के साथ रूस के साथ बातचीत शुरू करने के लिए इसका इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी।

यह जानकारी रूसी रेजिमेंट अखमत विशेष बल रेजिमेंट कमांडर आप्ती अलाउदिनोव ने बुधवार को दी।

अलाउदिनोव ने टेलीग्राम पर कहा , “हमें बहुत दिलचस्प सामग्री मिली। ऑपरेशन का पूरा खांका, जिसे तैयार किया जा रहा था। 11 अगस्त को कुरचटोव में परमाणु ऊर्जा संयंत्र को जब्त करना की योजना बनाई गई थी।

यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का फौजी हमला कुरचटोव परमाणु ऊर्जा संयंत्र की जब्ती के साथ योजनाबद्ध किया गया था लेकिन यह विफल रहा है।

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