हमास पर जारी हमलों के बीच इजरायल ने हिजबुल्लाह के चीफ कमांडर फुआद शुकर मंगलवार को बेरूत में हवाई हमला कर मार गिराया है।
शुकर हिजबुल्लाह की स्थापना के समय से ही इसका प्रमुख व्यक्ति था। उसे हाल ही में इजरायली कब्जे वाले गोलान हाइट्स में हाल ही में हुए हमले का बदला लेते हुए निशाना बनाया गया था। उस हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि शुकर को अल-हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता है। शुकर हिजबुल्लाह के संचालन में गहराई से जुड़ा हुआ था। इसकी रणनीतियों में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती थी।
इजरायली सेना के द्वारा बेरूत में किया गया यह हमला हिजबुल्लाह के गढ़ हरेत हरेक पड़ोस में हुआ। ऐसा कहा जा रहा है कि शुकर शूरा काउंसिल मुख्यालय में उस वक्त तैनात था।
हिजबुल्लाह के सूत्रों ने शुकर को नेतृत्व ढांचे का एक अभिन्न अंग बताया है। 2008 में इमाद मुगनीह की मौत के बाद शुकर की भूमिका बढ़ती गई। मुगनीह को हिजबुल्लाह का सैन्य मास्टरमाइंड माना जाता था।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी में उसकी संलिप्तता की बात कही थी। उसके सिर पर 50 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा था। उस बमबारी में 241 अमेरिकी कर्मियों की मौत हो गई थी।
सीरिया में हुए हमलों सहित कई अन्य हमलों में शुकर की संलिप्तता होती थी। हिज्बुल्लाह ने सीरियाई गृहयुद्ध के शुरुआती वर्षों के दौरान राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन किया था। इसके बाद अमेरिकी सरकार ने उसे न्याय के कटघरे में लाने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया था।
हिज्बुल्लाह ने हाल ही में गोलान हाइट्स हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया था। इजरायल के दावों को निराधार बताया था।