इन दिनों वंदे भारत ट्रेन सुर्खियों में है। अब वंदे भारत को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में जानकारी दी है।
इसके मुताबिक कुल 102 में से 16 वंदे भारत ट्रेनें महाराष्ट्र में रन कर रही हैं। रेल मंत्री ने यह जानकारी लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी। वह शिवसेना (यूबीटी) सांसद ओमप्रकाश भूपालसिंह के सवाल का जवाब दे रहे थे।
रेल मंत्री ने बताया कि 19 जुलाई 2024 तक कुल 102 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारतीय रेल नेटवर्क में मौजूद हैं। इनमें से 16 वंदे भारत ट्रेन महाराष्ट्र में चल रही हैं।
उन्होंने आगे बताया कि वंदे भारत ट्रेनों को चलाने में ट्रैफिक, संचालन में सुविधा और रिसोर्सेज की उपलब्धता का खास ख्याल रखा जा रहा है।
ओमप्रकाश भूपालसिंह ने यह भी पूछा कि चालू वित्त वर्ष में कितनी ट्रेन प्रस्तावित हैं। खासतौर पर महाराष्ट्र की टूरिस्ट डेस्टिनेशंस को अन्य राज्यों से जोड़ने वाली कितनी ट्रेनें हैं।
इसके अलावा उन्होंने देश में कुल कोच फैक्ट्री और वहां वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण की स्थिति के बारे में पूछा था। इसके जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे ने नवंबर 2021 में भारत गौरव ट्रेन्स पॉलिसी जारी की थी।
इसका मकसद भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक जगहों को भारत गौरव ट्रेनों के जरिए दिखाना था। उन्होंने बताया कि यह थीम बेस्ड टूरिस्ट सर्किट ट्रेन्स हैं।
इस पॉलिसी के तहत रेलवे रूट या सर्किट का प्रस्ताव नहीं देता है। बल्कि, सर्विस प्रोवाइडर को थीम वगैरह चुनने की पूरी आजादी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत कोचेज का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई तमिलनाडु, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला पंजाब और मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) रायबरेली उत्तर प्रदेश में होता है।
वैष्णव ने यह भी कहा कि मराठवाड़ा कोच फैक्ट्री, लातूर में टेक्नोलॉजी पार्टनर द्वारा वंदे भारत कोच के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने बताया कि आईआर कोच फैक्ट्रीज में हर साल 7500 कोचेज बनाने की क्षमता है। इसमें होफमैन बुश, वंदे भारत, इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (ईएमयू), मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) आदि हैं।