प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
गुरु व मंगल इस समय वृषभ राशि में विराजमान हैं।
जब दो ग्रह एक साथ किसी राशि में विराजमान होते हैं तो उनकी युति बनती है। ज्योतिष गणना के अनुसार, मंगल-गुरु की युति से वृषभ राशि में करीब 12 साल बाद गुरु-मंगल राजयोग का शुभ संयोग बना है।
गुरु-मंगल की कृपा से यह राजयोग कुछ राशियों का पूरा हिसाब-किताब बदल सकता है।
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो गुरु-मंगल की युति कुछ राशियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ ही धन-संपदा में अपार बढ़ोतरी दिला सकती है। जानें इन राशियों के बारे में-
वृषभ राशि- गुरु-मंगल की युति वृषभ राशि में बनने के कारण इस राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ मिल सकता है। ज्योतिष के अनुसार, वृषभ राशि के जातकों की वाणी में सुधार होगा। व्यक्तित्व पहले की तुलना में आकर्षक होगा।
नौकरी में प्रमोशन या आय में वृद्धि की उम्मीद करने वाले जातकों को खुशखबरी मिल सकती है। विवाहित जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
सिंह राशि- सिंह राशि वालों के लिए गुरु-मंगल की युति बहुत ही लाभकारी रहने वाली है। यह अवधि नौकरी पेशा करने वाले जातकों के लिए अनुकूल रहने वाली है।
कारोबारियों के लिए भी अच्छा समय है। भूमि, भवन व वाहन की खरीदारी संभव है। नौकरी करने वाले जातकों को जॉब के नए प्रस्ताव मिल सकते हैं।
तुला राशि- तुला राशि वालों के लिए गुरु-मंगल राजयोग बहुत ही शुभ साबित हो सकता है। गुरु-मंगल की युति आपकी इच्छाओं को पूरा कर सकती है।
आप धन संचय करने में सफल रहेंगे। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। कारोबारियों के लिए यह अवधि मुनाफे वाली साबित हो सकती है। पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा।