गर्मियों की छुट्टी के बाद आज से सुप्रीम कोर्ट में कामकाज फिर से शुरू हो रहा है। पहले ही दिन सुप्रीम कोर्ट 19 बड़े मामलों पर फैसला देने वाला है।
इसके अलावा इस पूरे सप्ताह ही कई अहम मामलों पर अदालत फैसला देने वाली है। इनमें से एक केस अरविंद केजरीवाल का भी है, जिसमें उन्होंने ईडी की ओर से खुद को गिरफ्तारी करने को चुनौती दी है।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल सरकार की अर्जी पर भी फैसला आना है, जिसमें उसने सीबीआई के बेजा इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ अदालत की अवमानना का केस भी चल रहा है। इस पर भी अदालत अहम फैसला सुनाएगी। अकेले सोमवार को ही अदालत 19 फैसले देगी।
इन सभी मामलों में अदालत ने गर्मियों की छुट्टी से पहले ही सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसलों को रिजर्व रख लिया था। अदालत की छुट्टियां 17 मई को शुरू हुई थीं।
इस सप्ताह संवैधानिक बेंचों की ओर से सुने गए कुछ मामलों में भी फैसले आने हैं। 5,7 और 9 जजों की संवैधानिक बेंचों ने भी कई मामलों की सुनवाई पूरी कर ली थी।
अब इन पर फैसलों का इंतजार है। बता दें कि बीते 50 दिनों की छुट्टियों में अदालत ने उन फैसलों को विस्तार से लिखा है, जिन पर सुनवाई पूरी हो चुकी है। इसलिए अब बेंच बैठेगी और सीधे फैसले ही सुनाएंगी।
इसी वजह से ज्यादा समय नहीं लगना है और आज एक ही दिन में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मामलों में फैसला आएगा।
अवैध बांग्लादेशियों के नागरिक अधिकारों, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे, एससी-एसटी कोटे में भी वर्गीकरण जैसे मामलों पर भी फैसले आने हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी मामले सुने जाते रहे। अदालत की 20 बेंचों में कुल 1,170 मामलों का निपटारा इस दौरान हुआ।
सुप्रीम कोर्ट के मामलों के जानकारों का कहना है कि इस साल यह रिकॉर्ड रहा है। बीते साल तो गर्मियों की छुट्टियों के दौरान 751 मामलों का ही निपटारा हुआ था।