: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट के साथ तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले लिया।
पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समाहरोह के बाद आज पहली बार शेयर बाजार खुलने जा रहा है। ऐसे में देखना होगा कि मार्केट आज कैसे व्यवहार करता है।
इससे पहले पिछले हफ्ते सेंसेक्स अपने आल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। वहीं, निफ्टी अपने रिकॉर्ड हाई से 20 प्वाइंट दूर रह गया था।
सबसे बड़े नुकसान की हुई भरपाई
4 जून यानी जिस दिन लोकसभा के परिणाम आ रहे थे उस दिन निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए थे। पिछले 4 सालों में किसी एक दिन की यह सबसे बड़ी गिरावट थी।
लेकिन मोदी सरकार की वापसी से शेयर बाजार ने फिर रफ्तार पकड़ लिया। और अगले 4 दिनों 30 लाख करोड़ रुपये की रिकवरी भी हो गई।
शुक्रवार को रिजर्व बैंक के फैसले ने भी बाजार को गति देने में मदद की थी।
वहीं, नरेंद्र मोदी की वापसी से एक बात तो साफ हो गई है कि ज्यादातर पूर्व योजनाएं ऐसे ही जारी रहेंगी। ऐसे में इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ आदि पर पहले की ही तरह सरकार खर्च करती नजर आ सकती है।
सेंसेक्स और निफ्टी पिछले हफ्ते करीब 4-4 प्रतिशत की बढ़त बनाने में सफल रहे थे।
हालांकि, निफ्टी मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी। वहीं, ऑटो, आईटी और एफएमसीजी स्टॉक्स में तेजी देखने को मिली थी।
क्या है एक्सपर्ट की राय
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि लोकसभा चुनाव और आरबीआई नीति समीक्षा के नतीजे आ चुके हैं।
अब निवेशकों का ध्यान वैश्विक कारकों पर है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, कच्चे तेल और जिंस की कीमतों से बाजार की चाल तय होगी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।