भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं पीलीभीत से निवर्तमान सांसद वरुण गांधी गुरुवार को सुलतानपुर से पार्टी उम्मीदवार अपनी मां मेनका गांधी के पक्ष में प्रचार करने के लिए पहुंचे थे।
रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, पूरी दुनिया साथ दे ना दे, मगर मां कभी साथ नहीं छोड़ती।
उन्होंने कहा कि एक ही ऐसा क्षेत्र है जहां लोग सांसद नहीं बल्कि माताजी कहते हैं। उन्होंने कहा, आज मैं अपनी मां के लिए नहीं बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन मांगने आया हूं।
सुलतानपुर सीट पर प्रचार के आखिरी दिन एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए वरुण ने जनता के साथ उनकी मां के आत्मीय रिश्ते का जिक्र किया।
वरुण ने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार आप लोग सारे रिकॉर्ड तोड़ने जा रहे हैं। किसी से कोई बैर नहीं है, यहां पर जितने लोग हैं सब मेरे हैं।
जब मैं सुलतानपुर पहली बार आया तब मुझे अपने पिताजी की खुशबू महसूस हुई लेकिन आज मुझे यह कहने पर गर्व हो रहा है कि मैं अपनी मातृभूमि में आ गया हूं ।’
उन्होंने कहा कि सुलतानपुर के लोगों के परिवार पर कोई संकट आए तो वह अपने आप को अकेला न समझें।
गांधी ने कहा, ‘मैं अपना फोन नंबर देकर जा रहा हूं मैं आपको एक सुरक्षा कवच दे रहा हूं।
देश में जब सुलतानपुर का नाम आते ही मेनका गांधी का नाम सबसे पहले आता है। मैं वादा करता हूं कि सुलतानपुर में कोई भी व्यक्ति कभी अकेला नहीं रहेगा।’
उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से पीलीभीत में हर किसी के पास वरुण गांधी का नंबर है, उसी तरह मैंने अपनी मां को रात 12 बजे तक लोगों का फोन उठाते और समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते देखा है।’
सुलतानपुर से लगातार दूसरी बार सांसद बनने के लिए कोशिश कर रहीं मेनका ने कहा, ‘वरुण गांधी यहां हैं और वह आज 15-20 बैठक करेंगे। उनके प्रचार से हमें निश्चित रूप से फायदा होगा।’ मेनका ने मतदाताओं से अपने व्यक्तिगत हित को ध्यान में रखते हुए मतदान करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘वोट डालने से पहले जनता को सोचना चाहिए कि कौन सा सांसद उनका काम कर सकता है। उसके बाद ही वे वोट करें।’
यह पहली बार है जब वरुण गांधी इस लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उतरे हैं। वह साल 2019 में पीलीभीत से सांसद चुने गये थे लेकिन इस बार भाजपा ने उनका टिकट काट दिया।
उसके बाद से वरुण सार्वजनिक मंच से दूर रहे। पार्टी ने इस बार जितिन प्रसाद को पीलीभीत से अपना उम्मीदवार बनाया। पीलीभीत में पहले चरण में मतदान हुआ था।
वरुण वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सुलतानपुर से सांसद चुने गये थे। मगर 2019 में उन्हें उनकी मां मेनका गांधी की जगह पीलीभीत से टिकट दिया गया था, जबकि मेनका को सुल्तानपुर से मैदान में उतारा गया था।
इन दोनों ने ही अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की थी। सुलतानपुर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है।
इस चरण का चुनाव प्रचार आज शाम छह बजे खत्म हो जाएगा। सुलतानपुर में मेनका गांधी का मुकाबला समाजवादी पार्टी के राम बहादुर निषाद और बहुजन समाज पार्टी के उदय राज वर्मा से है। (भाषा से इनपुट्स के साथ)