टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भारत की अपनी निर्धारित यात्रा स्थगित करने के बाद आज अचानक चीन पहुंच गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संवर्धन परिषद के निमंत्रण पर वह रविवार दोपहर राजधानी बीजिंग पहुंचे। बताया जा रहा है कि मस्क टेस्ला की फुल सेल्फ-ड्राइविंग या एफएसडी पर बातचीत के लिए इस कम्युनिस्ट शासित देश गए हैं।
दरअसल, टेस्ला अपनी ऑटोपायलट टेक्नोलॉजी के सबसे एडवांस वर्जन FSD को नए बाजारों में लाने पर काम कर रही है।
इससे पहले, चीन के सैन्य परिसरों और कुछ सरकारी जगहों पर ऐसे वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया था। ऐसा कहा गया कि इन गाड़ियों में लगाए गए कैमरों को लेकर साइबर सुरक्षा चिंताओं के कारण ये कदम उठाए गए।
एलन मस्क ने बीते हफ्ते कहा था कि उनकी भारत यात्रा कंपनी संबंधी भारी दायित्वों के कारण टाल दी गई है। मस्क अप्रैल के चौथे सप्ताह में भारत की यात्रा पर आने वाले थे।
उन्होंने सोशल नेटवर्किंग मंच एक्स पोस्ट के जवाब में कहा, ‘दुर्भाग्य से टेस्ला संबंधी बहुत भारी दायित्वों के कारण भारत की यात्रा टाल दी है, लेकिन मैं इसी वर्ष यात्रा के लिए बहुत उत्साहित हूं।’
पोस्ट में कहा गया कि मस्क 23 अप्रैल को टेस्ला के आंकड़ों की घोषणा करने के कारण फिलहाल भारत नहीं आ पा रहे हैं। इसी महीने मस्क ने अपनी प्रस्तावित भारत यात्रा की पुष्टि करते हुए कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए उत्सुक हैं।
अमेरिकी यात्रा के दौरान मोदी से मिले थे मस्क
पिछले साल जून में एलन मस्क ने पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी। उद्योगपति ने कहा था कि उन्होंने 2024 में भारत का दौरा करने की योजना बनाई है। साथ ही विश्वास जताया कि टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी।
उनकी प्रस्तावित यात्रा से उम्मीदें बढ़ गई थीं कि वह इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता टेस्ला के भारत में कारोबार स्थापित करने की घोषणा करेंगे।
यह भी उम्मीद की जा रही थी कि मस्क टेस्ला के लिए भारत में अपनी मैन्युफैक्टरिंग यूनिट स्थापित करने की योजना की घोषणा करेंगे।
इसके लिए वे अरबों डॉलर का निवेश करेंगे और जल्द से जल्द भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री के लिए आगे बढ़ने का रास्ता तलाशेंगे।