यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को 400 करोड रुपये से अधिक के एक मनी लॉड्रिंग केस में आखिरकार जमानत मिल गई है।
बता दें कि राणा कपूर को पहली बार 7 मार्च, 2020 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉड्रिंग के एक केस में गिरफ्तार किया था और वह पिछले 4 साल से तलोजा सेंट्रल जेल में बंद थे।
मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट में राणा कपूर को 19 अप्रैल, शुक्रवार को इस मामले में जमानत दे दी जिसके कुछ घंटे बाद वे जेल से रिहा कर दिए गए।
पिछले 7 मामलों में मिल चुकी है जमानत
बता दें कि सीबीआई और ईडी ने यस बैंक में कथित धोखाधड़ी को लेकर राणा कपूर के खिलाफ कुल 8 मामले दर्ज किए थे। यह अंतिम मामला था जिसमें राणा कपूर को जमानत मिली है।
सीबीआई मामलों से जुड़े विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे शुक्रवार को दिन में राणा कपूर को जमानत दी।
विशेष न्यायाधीश के अनुसार, वर्तमान मामले में यह मुकदमा लंबित है और कपूर को कैद में रखने की अब आवश्यकता नहीं है। इससे पहले राणा कपूर को पिछले 7 मामलों में जमानत मिल चुकी है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, यह पूरा मामला बैंक फ्रॉड से जुड़ा हुआ है। राणा कपूर, अमृता शेरगिल मार्ग नई दिल्ली प्रॉपर्टी केस में 400 करोड रुपये से अधिक के लोन देने के मामले में पिछले 4 साल से जेल में बंद थे।
सीबीआई का आरोप है कि राणा कपूर ने यस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रहते हुए इस लोन को इलीगल रूप से स्वीकृति दी थी।