इजरायल-ईरान युद्ध का असर बीएसई-एनएसई पर देखने को मिल रहा है। दलाल स्ट्रीट में भगदड़ है। सेंसेक्स 929 अंकों का गोता लगाकर 73315 के लेवल पर खुला है। जबकि, 180 अंक डूबकर 22339 के स्तर पर खुला। सेंसेक्स पर कोई भी स्टॉक हरा नहीं है।
9:08 AM Share Market Live Updates 15 April: प्री-ओपनिंग में ही सेंसेक्स 1000 से अधिक अंक टूट गया। सभी स्टॉक्स लाल हैं। निफ्टी 180 अंक लुढ़का है।
7:10 AM Share Market Live Updates 15 April: जापान का निक्केई 225 में भारी गिरावट दर्ज की गई। यह 1.28% लुढ़क गया। जबकि, टॉपिक्स 0.97% टूटा। साउथ कोरिया का कोस्पी 0.92% नीचे रहा और कोस्डैक 1.58% डूब गया।
आज सप्ताह के पहले दिन शेयर मार्केट पर ईरान-इजरायल तनाव का असर देखने को मिलेगा। क्योंकि गिफ्ट निफ्टी सुबह 140 अंकों का गोता लगाकर 22465 पर ट्रेड कर रहा था। ऐसे में आज शेयर मार्केट के लिए संकेत अच्छे नहीं हैं। सेंसेक्स-निफ्टी के भारी गिरावट के साथ खुलने के आसार हैं।
दलाल स्ट्रीट से वॉल स्ट्रीट तक ब्लैक फ्राइडे
इसकी एक झलक शुक्रवार को दलाल स्ट्रीट से लेकर वॉल स्ट्रीट तक देखने को मिल चुकी है। भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 1.06 फीसद या 793 अंकों का गोता लगाकर 74244 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 234 अंकों की गिरावट के साथ 22519 के स्तर पर।
इजरायल-ईरान टेंशन का असर वॉल स्ट्रीट पर भी पड़ा। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स डाऊ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 1.24 पर्सेंट यानी 475 अंक टूटकर 37983 के लेवल पर बंद हुआ। एसएंडपी में 1.46 और नैस्डैक में 1.62 फीसद की गिरावट रही।
इस हफ्ते कैसी रहेगी मार्केट की चाल
भू-राजनीतिक घटनाक्रम, वृहद आर्थिक आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का होगा।
रामनवमी पर बाजार बंद
बुधवार को ‘रामनवमी’ पर बाजार में अवकाश रहेगा। शेयर मार्केट के एक्सपर्टस का कहना है कि यह हफ्ता मार्केट के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष बड़ा इंपैक्ट डालेगा।
दोनों के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहटपूर्ण बिकवाली देखने को मिल सकती है। इसके अलावा बाजार की निगाह कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी, जो भू-राजनीतिक घटनाक्रमों से प्रभावित होती है।
इन्फोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो के नजीजे
इस सप्ताह इन्फोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो की तिमाही नतीजे आने हैं, जिनपर निवेशकों की निगाह रहेगी। बाजार का आउटलुक प्रमुख वैश्विक और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगा।
इस दौरान भारत का थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा और चीन का जीडीपी, अमेरिका का विनिर्माण उत्पादन के साथ बेरोजगारी दावों का आंकड़ा आना है।