ईरान ने ड्रोन हमलों के बाद इजरायल को सीधे तौर पर चुनौती दे डाली है। इस हमले की हालांकि हफ्तेभर से आशंका जताई जा रही थी।
ईरान ने इसे अपने दूतावास पर हुए हमलों का जवाब बताया है। उधर इजरायल इतनी आसानी से सरेंडर नहीं करने वाला। इजरायल का इतिहास रहा है कि वह किसी भी हमले पर चुप नहीं रहता।
इसका ताजा उदाहरण गाजा पट्टी में हमास के साथ निर्दोषों के कत्लेआम से समझा जा सकता है। इजरायल ने कहा है कि वह खुद पर हुए हमला करने वाले को किसी भी सूरत में नहीं बख्शेगा।
अमेरिका और ब्रिटेन भी इजरायल के साथ दिख रहे हैं। दोनों मुल्कों के बीच युद्ध शुरू नहीं हुआ है लेकिन, तनाव के बाद युद्ध जैसी आशंका बढ़ गई है।
हम हालांकि किसी भी युद्ध की पैरवी या समर्थन नहीं करते लेकिन, जो हालात इस वक्त बन रहे हैं। उससे यह आशंका है कि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध शुरू हो सकता है।
अगर ईरान और इजरायल के बीच जंग शुरू हो गई तो कौन किस पर भारी पड़ेगा? यहां हम यह जानने की कोशिश करेंगे। सैन्य शक्तियों, रक्षा बजट, सैनिकों की संख्या, हवा से जमीन और समुद्र में कौन कितना ताकतवर है? इस पर चर्चा करेंगे।
द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा बजट के मामले में ईरान इजरायल से पीछे है, लेकिन सैनिकों की संख्या के मामले में ईरान इजरायल से काफी आगे है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल का रक्षा बजट 24.2 अरब डॉलर है, जबकि ईरान का रक्षा बजट 9.9 अरब डॉलर। वायु शक्ति की बात करें तो इजरायल के पास 612 विमान हैं और ईरान के पास 551 विमान हैं।
हालांकि, टैंकों के मामले में ईरान के पास इजरायल से लगभग दोगुनी ताकत है। इजराइल के पास 2200 टैंक हैं और ईरान के पास 4071 टैंक हैं।
समुद्र में कौन कितना ताकतवर
समुद्र की सैन्य शक्ति में भी ईरान इज़रायल से आगे है। इजरायल के पास 67 युद्धपोत हैं, जबकि ईरान के पास 101 युद्धपोतों का बेड़ा है।
इसके अलावा इजरायल के पास 43 हजार बख्तरबंद गाड़ियां हैं, जबकि ईरान के पास 65 हजार बख्तरबंद गाड़ियां हैं। सैनिकों की संख्या के मामले में भी ईरान इजरायल पर भारी है। इजराइल के पास 1.73 लाख सैनिक हैं, जबकि ईरान के पास 5.75 लाख ऐक्टिव सैनिक हैं।
इसके अलावा इजरायल के पास 4.65 लाख रिजर्व सैनिक हैं, जबकि ईरान के पास 3.50 लाख रिजर्व सैनिक हैं।
ईरान पर इजरायल भारी
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल के पास फिलहाल 80 परमाणु बम हैं, जबकि ईरान के पास आधिकारिक तौर पर कोई परमाणु बम नहीं है।
साफ है कि परमाणु बम के दम पर ही इजरायल ईरान से काफी आगे ताकतवर है। हालांकि अमेरिकी अखबारों की रिपोर्ट थी कि ईरान ने बड़े पैमाने पर यूरेनियम जमा कर रखा है।
जो वह परमाणु बम बनाने में कर रहा है। इसके अलावा यूरेनियम से वह अपने हथियारों को अपग्रेड भी कर रहा है।
इजराइल की ताकत पर एक नजर
दिखने में छोटा मगर बेहद ताकतवर मुल्क इजरायल की शक्तियां किसी से छिपी नहीं है। इजरायल के पास नवीनतम लड़ाकू विमानों, आयरन डोम जैसी आधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणालियहां हैं।
इजरायल के पास आईडीएफ जैसी दुनिया की सबसे ताकतवर सेना भी है। साइबर युद्ध में महत्वपूर्ण निवेश के साथ, इज़रायल की सेना तकनीकी रूप से अत्यधिक उन्नत है।
ईरान
दूसरी तरफ ईरान के पास सैन्य शक्तियां और हथियारों का भंडार है। अपने दुश्मनों के लिए ईरान बैलिस्टिक मिसाइलों पर अधिक निर्भर है।
ईरान का पूरे मध्य पूर्व में वर्चस्व है। उसने पिछले कुछ सालों में ड्रोन और साइबर क्षमताओं के विस्तार पर काफी ध्यान दिया है।