ईरानी सशस्त्र बलों द्वारा इजरायल के कंटेनर जहाज को कब्जाने के बाद बाद भारत हरकत में आया है।
इस जहाज में 17 भारतीय सवार हैं। भारत का कहना है कि वह लगातार ईरान के संपर्क में है। भारत ने ईरान से भारतीयों की जल्द रिहाई की मांग की है।
एपी के अनुसार, होर्मुज जलडमरू के पास ईरानी सेना द्वारा कब्जे में लिए गए जहाज की पहचान हो गई है।
यह जहाज कथित तौर पर भारत के रास्ते में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक बंदरगाह से रवाना हुआ था।
रिपोर्ट की मानें तो यह जहाज लंदन स्थित जोडियाक मैरीटाइम से जुड़ा है, जो इजरायली अरबपति इयाल ओफर और उनके परिवार द्वारा संचालित जोडियाक समूह का एक हिस्सा है।
ईरान के संपर्क में है भारत
भारतीय आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत को पता था कि ईरान द्वारा कब्जे में लिए गए मालवाहक जहाज पर लगभग 17 भारतीय नागरिक थे।
सूत्रों ने कहा, “हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, कल्याण और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए ईरान और भारत दोनों में राजनयिक चैनलों के माध्यम से ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं।”
ईरानी सेना के ऐक्शन का वीडियो वायरल
इससे पहले, मिडिल ईस्ट के एक रक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी के साथ हमले का एक वीडियो साझा किया था।
इस वीडियो में कमांडो जहाज के डेक पर छलांग लगाते नजर आ रहे हैं। इस दौरान जहाज पर एक क्रू मेंबर को अपने साथी को आगाह करते हुए देखा जा सकता है।
क्रू अपने सहयोगियों को जहाज के ब्रिज पर जाने के लिए कहता है क्योंकि डेक पर और अधिक कमांडो नीचे की तरफ आते दिखाई दे रहे हैं।
सोवियत काल के हेलीकॉप्टर का किया इस्तेमाल
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्तेमाल किया गया हेलीकॉप्टर सोवियत काल का मिल एमआई-17 हेलीकॉप्टर प्रतीत होता है।
जिसका इस्तेमाल गार्ड और यमन के ईरानी समर्थित हौथी विद्रोहियों ने पहले जहाजों पर कमांडो छापे मारने के लिए किया है।
उल्लेखनीय है कि नवंबर के अंत में हिंद महासागर में एक ड्रोन द्वारा इजरायल से जुड़े एक अन्य कंटेनर जहाज पर हमला किया गया और क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस घटना के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया।