आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर गुलाम नबी आजाद ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि वह इलेक्शन लड़ेंगे या नहीं, यह अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। मालूम हो कि कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) का गठन किया था।
चुनाव को लेकर उनका यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब DPAP उनके नाम की घोषणा पहले ही कर चुकी है। मगर, आजाद ने अब कुछ अलग ही इशारे किए हैं।
उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘मैंने अभी तक यह तय नहीं किया है कि चुनाव लड़ूंगा या नहीं। मेरी पार्टी ने इसकी घोषणा कर दी है लेकिन मैंने अंतिम फैसला नहीं लिया है।’
गुलाम नबी आजाद को लेकर कहा जा रहा था कि वह अनंतनाग से चुनाव लड़ सकते हैं। इस तरह, 2022 में कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू-कश्मीर में उनकी लोकप्रियता की पहली परीक्षा इलेक्शन में होनी है।
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती उम्मीदवार हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार उन्हें संसद से बाहर रखना चाहती है।
पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती अनंतनाग के बिजबेहरा में स्थित अपने पिता और पार्टी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की कब्र पर पहुंचीं।
यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा 2019 में खत्म किए जाने के बाद पीडीपी केंद्र के लिए सबसे बड़ा टारगेट रही है।
‘अनंतनाग-राजौरी सीट पर कैसा होगा मुकाबला?’
यह पूछे जाने पर कि अनंतनाग-राजौरी सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद भी चुनाव लड़ रहे हैं, मुकाबला कैसा होगा? महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘लोकतंत्र में कोई भी किसी से मुकाबला कर सकता है।
आप किसी को नहीं रोक सकते।’ वहीं, डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल उनकी पार्टी को गाली देती है, लेकिन वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं करती है।
उधमपुर में सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा, ‘कांग्रेस का एकमात्र काम हमें गाली देना लगता है, लेकिन वे वास्तविक मुद्दों पर क्यों नहीं बोलते हैं? उनका प्रदर्शन कहां है?’ उन्होंने कांग्रेस पर झूठे वादों के साथ मतदाताओं का शोषण करने का आरोप लगाया।