125 वर्ष पुराने इस फोरम में महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और सत्येंद्र नाथ बोस सहित विश्व के तमाम भौतिक शास्त्री अपने शोधपत्र पढ़ चुके
भिलाई। अमेरिका के जिस प्रतिष्ठित मंच से कभी विख्यात वैज्ञानि अल्बर्ट आइंस्टीन और सत्येंद्र नाथ बोस अपने शोधपत्र पढ़ चुके हैं, आज उसी मंच पर इस्पात नगरी भिलाई के नौजवान और आईआईटी बॉम्बे के बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स के अंतिम सेमेस्टर के छात्र शाश्वत चक्रवर्ती ने भी अपना शोधपत्र पढ़ा है।
शाश्वत की इस उपलब्धि पर शहर के कई गणमान्य लोगों ने हर्ष जताते हुए इसे भिलाई की उपलब्धि बताया है।
शाश्वत ने अमेरिका के मीनोपोलीस शहर में प्रतिष्ठित अमेरिकन फिजिकल सोसाइटी के सबसे महत्वपूर्ण आयोजन एपीएस मार्च मीटिंग में प्रोफेसर भास्करन मुरलीधरन के मार्गदर्शन में टोपोलॉजिकल स्पिनट्रॉनिक्स के अंतर्गत “प्रपोजल फॉर ए हाई स्पीड 2डी जीन बेस्ड एंटीफेरोमैग्नेटिक मेमोरी सेल” विषय पर अपना महत्वपूर्ण शोध पेपर मार्च मीटिंग में प्रस्तुत किया।
उल्लेखनीय है कि 125 वर्ष पुरानी अमेरिकन फिजिकल सोसाइटी पूरे विश्व के तमाम वरिष्ठ फिजिक्स (भौतिक शास्त्र) विषय पर काम करने वाले वैज्ञानिकों की संस्था है।
इन सभी महान वैज्ञानिकों ने इस मंच पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया है। प्रत्येक वर्ष मार्च में आयोजित इस वैज्ञानिक कुंभ में विश्व के सभी वरिष्ठ वैज्ञानिक जिन में नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक भी शामिल है अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं।
शाश्वत चक्रवर्ती का पेपर चयन होकर युवा वैज्ञानिकों में उनका नाम शुमार होने से एजुकेशन हब भिलाई की गरिमा बढ़ी है।
शाश्वत डॉ.सोनाली चक्रवर्ती, अध्यक्ष स्वयंसिद्धा समूह एवं संदीप चक्रवर्ती पूर्व महाप्रबंधक भिलाई इस्पात संयंत्र के पुत्र हैं।
शाश्वत की उपलब्धि पर विधायक रिकेश सेन,महापौर नीरज पाल, पंकज पाल सहित शहर के बुद्धिजीवी वर्ग ने शुभकामनाएं व आशीर्वाद प्रेषित की है।