गाजा में इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई को 6 महीने पूरे हो गए हैं।
इस बीच इजरायल ने बड़ा फैसला लेते हुए दक्षिणी गाजा और खान यूनिस क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है।
अब तक इजरायल की तरफ से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है। बता दें कि 7 अक्टूबर को ही हमास ने इजरायल पर हमला किया था और इसके बाद ही गाजा में तबाही का दौर शुरू हो गया था।
गाजा के दक्षिणी हिस्से के रफाह शहर में भी इजरायल ने अपनी रेड रोक दी है। बता दें कि मिस्र युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर समझौता कराने का प्रयास कर रहा है।
जानकारों का कहना है कि इजरायल की सेना की वापसी के पीछे ईरान का डर भी हो सकता है। सीरिया में ईरान के दूतावास पर इजरायली हमले के बाद ईरान भी युद्ध की धमकी दे चुका है।
वहीं रफाह बॉर्डर पर हमले और राहत के काम में जुटे लोगों पर हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव भी चरम र है। अमेरिका भी इजरायल से दूरी बनाता हुआ नजर आ रहा है।
वहीं संभावना यह भी है कि इजरायल इन इलाकों में अपना अभियान पूरा कर चुका है इसलिए वह सैनिकों को वापस बुला रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने शनिवार को रातभर अपने सैनिकों की वापसी का अभियान चलाया। अब केवल एक ब्रिगेड ‘नाहल वर्तमान में गाजा पट्टी पर मौजूद है।
नाहल ब्रिगेड को तथाकथित नेटजारिम गलियारे को सुरक्षित करने का काम सौंपा गया है, जो दक्षिणी इजरायल में बेरी क्षेत्र से गाजा पट्टी के तट तक तक जाता है।
यह गलियारा इजरायली सेना को उत्तरी और मध्य गाजा में छापे मारने में सक्षम बनाता है और फलस्तीनियों को गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में लौटने से रोकता है। यह मानवीय संगठनों को उत्तरी गाजा में सीधे सहायता पहुंचाने की अनुमति भी देता है।
सैनिकों की यह वापसी ऐसे समय हुई है जब मिस्र युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते पर पहुंचने के उद्देश्य से नए दौर की वार्ता की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है।
13 हजार आतंकी मारे गए
हमास के खिलाफ युद्ध को रविवार को छह माह पूरे हो गए। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी, वेस्ट बैंक और लेबनान में अपने अभियानों पर नया डाटा प्रकाशित किया।
आंकड़ों के अनुसार, युद्ध की शुरुआत के बाद से गाजा पट्टी में इजरायली सेना ने 13 हजार से अधिक हमास आतंकियों और अन्य आतंकवादी समूहों के सदस्यों को मार गिराया। सेना ने हमास के पांच ब्रिगेड कमांडरों और 20 से अधिक बटालियन कमांडरों को भी मार डाला है। हमास के 100 से अधिक कंपनी कमांडर और समान रैंक वाले ऑपरेटिव भी मारे गए हैं।
युद्ध की शुरुआत के बाद से गाजा पट्टी में लगभग 32,000 जगहों पर हमला किया गया है। इनमें से 3,600 से अधिक हमास के ठिकाने। इजरायली सेना ने लेबनान में 330 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें से 30 ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के कमांडर शामिल हैं।
घात लगाकर हमले में चार सैनिकों की मौत
इजरायली सेना ने बताया कि शनिवार को हमास के हमले में उसके चार सैनिक मारे गए। चारों गाजा के भीतर एक सैन्य रसद गलियारे की सुरक्षा कर रहे थे।
वे नष्ट हुई इमारतों के एक क्षेत्र में गश्त कर रहे थे, तभी वहां छिपे आतंकियों ने करीब से गोलीबारी शुरू कर दी।
बंधक का शव गाजा से बरामद
इजरायल की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा में बंधक बनाए गए 47 वर्षीय किसान का शव बरामद किया है। सेना ने कहा कि उसे एलाद कात्जिर का शव मिला है और माना जाता है कि उसकी हत्या जनवरी में आतंकियों ने की थी।
हमास के आतंकी सात अक्तूबर को दक्षिणी इजराइल में घुस गए थे और उनके हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए थे। हमास ने इस हमले के बाद इजरायल के कम से कम 250 लोगों को बंधक बना लिया था।
किसान कात्जिर को सीमावर्ती नीर ओज से अगवा किया गया था। अब तक कम से कम 36 बंधकों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि बंधक बनाए गए कुल लोगों में से आधों को रिहा कर दिया गया है।