मेरी देखरेख में नतीजे बदले; पाकिस्तान का यह कैसा चुनाव, कमिश्नर ने ही माना खेल किया था…

पाकिस्तान में आम चुनावों ने धांधली की भी एक मिसाल कायम कर दी है।

8 फरवरी को आए चुनावी नतीजों के बाद पाकिस्तान में जनता सड़कों पर उतर चुकी है। वहीं धांधली के आरोपों के बीच रावलपिंडी डिवीजन के कमिश्रर ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए  बड़ा खुलासा किया है।

उन्होंने कहा कि इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को हराने के लिए उनकी ही देखरेख में नतीजे बदले गए। कमिश्नर ने मान लिया है कि चुनाव में खेल किया गया और धांधली करके पीएमएल-एन को रावलपिंडी की 13 सीटों पर जीत दिलाई गई। 

सुप्रीम कोर्ट के जजों पर भी धांधली का आरोप

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम बाहर कमिश्नर लियाकत अली चाथा ने कहा, मैं अपनी गलती की जिम्मेदारी लेता हूं।

इस काम में चीफ इलेक्शन कमिश्नर औऱ सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष जज भी शामिल थे। जो निर्दलीय उम्मीदवार 70 से 80 हजार वोटों से आगे चल रहे थे उन्हें हराने के लिए फर्जी स्टैंप का सहारा लिया गया।

उन्होंने कहा, मैं धांधली की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने पंजाब के गवर्नर हाजी गुलाम अली औऱ अंतरिम मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया। 

जब चुनाव के दौरान और परिणाम आने तक प्रक्रिया में अनियमितता पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, यह तो बहुत  छोटा शब्द है।

बल्कि सीधा कहना चाहिए कि देश की पीठ पर छुरा भोंका गया है। इस वजह से मुझे नींद नहीं आ रही थी। मैंने जो अन्याय किया है उसके लिए मुझे सजा मिलनी चाहिए। साथ ही उन लोगों को भी सजा देना चाहिए जो लोग इस काम में शामिल थे।

रावलपिंडी स्टेडियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले चाथा ने कहा कि उनपर इतना दबाव था कि उन्होंने खुदकुशी करने का फैसला कर लिया था। लेकिन फिर उन्होंने जनता के सामने जाने का फैसला किया। 

उन्होंने कहा, मैं नौकरशाहों से यही प्रार्थना करूंगा कि इन नेताओं के लिए कोई गलत काम ना करें। चाथा के दावे के बाद पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने कहा कि ये सारे आऱोप सरासर गलत हैं।

आयोग ने कहा, किसी भी अधिकारी से चुनाव परिणामों में कोई परिवर्तन करने के लिए नहीं कहा गया था। किसी भी डिवीजन के  कमिश्नर ने रिटर्निंग ऑफिसर या फिर प्रीसाइडिंग ऑफिसर से चुनाव परिणाम या फिर चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ करने का निर्देश नहीं दिया था। इस मामले में जल्द ही चुनाव आयोग जांच करवाएगा। 

वहीं चाथा के दावों को लेकर पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने भी निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित की जाएगी। बता दें कि पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में इमरान खान की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

हालांकि चुनाव से पहले ही उनकी पार्टी को बैन कर दिया गया था। ऐसे में उनके समर्थक उम्मीदवार निर्दलीय लड़े थे। इमरान खान फिलहाल जेल में हैं। खबर ये भी हैं कि उनकी आईएसआई से बात हो चुकी है और वह प्रधानमंत्री बनने की रेस में शामिल हो गए हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap