चीन की संसद से जन मुक्ति सेना (पीएलए) के नौ वरिष्ठ जनरल को बर्खास्त कर दिया गया है जिनमें रॉकेट बल के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।
आधिकारिक मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के मुताबिक देश की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) से बर्खास्त अधिकारियों में पीएलए के रॉकेट बल के पांच शीर्ष कमांडर भी शामिल हैं जो देश के परमाणु हथियारों के घटक मिसाइल प्रभाग का कामकाज देखते थे।
इनके अलावा बर्खास्त किए गए अधिकारी वायुसेना के पूर्व कमांडर हैं। रिपोर्ट में एनपीसी की स्थायी समिति के फैसले की घोषणा की गई। हालांकि, इन अधिकारियों को बर्खास्त करने का कारण नहीं बताया गया है।
सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) का हिस्सा चीनी सेना के सदस्यों की एक बड़ी संख्या को एनपीसी में नामित किया गया है।
एनपीसी द्वारा नौसेना के पूर्व कमांडर जनरल दोंग जून को नए रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद इन अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है। इन अधिकारियों की बर्खास्तगी बिना किसी स्पष्टीकरण के जनरल ली शांगफू की बर्खास्तगी के दो महीने बाद हुई है।
एनपीसी की घोषणा के मुताबिक जिन अधिकारियों की सदस्यता समाप्त की गई है उनमें झांग झेनझोंग, झांग यूलिन, राव वेनमिन, जु शीनचुन, दिंग लाइहांग, लु हांग, ली युचाओ, ली चुआंगुआंग और झोउ यानिंग शामिल हैं।
हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि चीन में नए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के कारण रॉकेट बल के कई पूर्व और वर्तमान वरिष्ठ कमांडरों की पदावनति हुई है।
सेना का भ्रष्टाचार विरोधी निकाय बल के वर्तमान कमांडर ली युचाओ, साथ ही उनके पूर्व और वर्तमान उप झांग झेनझोंग और लियू गुआंगबिन की जांच कर रहा है।
ली नवीनतम जांच में पकड़े जाने वाले सबसे वरिष्ठ जनरल और रॉकेट बल के मात्र तीसरे कमांडर हैं। उन्हें 2015 में सेना के एक बड़े बदलाव के दौरान कमांडर बनाया गया था। ली अगस्त के अंत से सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं और उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया था।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया, ”लगभग सभी वरिष्ठ जनरलों की (रॉकेट बल में) में पदोन्नति से पहले अच्छी प्रतिष्ठा थी। बीजिंग मुख्यालय में जाने के बाद वे अनैतिक हो गए क्योंकि उन्हें रक्षा-संबंधी उद्यमों से जुड़ने के अधिक अवसर मिले।”
रॉकेट बल से बर्खास्त किये गए अधिकारी कथित तौर पर बर्खास्त रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू के करीबी हैं। शुक्रवार को की गई आधिकारिक घोषणा में कहा गया कि एनपीसी के प्रतिनिधियों से संबंधित जनवादी चीन के कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत इनकी सदस्यता समाप्त की गई है।
यह पहली बार नहीं है कि जब पीएलए के शीर्ष जनरल को भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त किया गया है।
शी चिनफिंग के 2012 में सत्ता में आने के बाद से कई अधिकारियों को भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप में हटाया गया है। आधिकारिक मीडिया के मुताबिक एक आकलन के अनुसार चिनफिंग के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में अबतक दस लाख से अधिक अधिकारियों को दंडित किया गया है।
भ्रष्टाचार रोधी अभियान की तीखी आलोचना भी हुई है और आरोप लगा कि चिनफिंग ने पार्टी के भीतर अपने आलोचकों और प्रतिद्वंद्वियों को खामोश करने के लिए इस अभियान का उपयोग किया।
चीन की 2,996 सदस्यीय एनपीसी में बड़ा हिस्सा पीएलए के सभी सैन्य अंगों के प्रतिनिधियों के पास है। एनपीसी की पूर्ण बैठक साल में होती है जबकि 175 सदस्यीय स्थायी समिति समय-समय पर विधायी कार्यों के निस्तारण के लिए बैठक करती है। एनपीसी ने शुक्रवार को घोषणा की कि संसद का वार्षिक सत्र पांच मार्च को आयोजित किया जाएगा।
इसके अलावा एनपीसी की स्थायी समिति ने शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी के करीबी विश्वासपात्र दोंग को रक्षा मंत्री नियुक्त किया। दोंग पहले चीनी नौसेना के कमांडर थे।
उन्हें सितंबर 2021 में जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया, जिससे वह सक्रिय सेवा में सर्वोच्च रैंक वाले अधिकारियों में शामिल हो गए।
ली से पहले विदेश मंत्री छिन कांग को भी बिना कारण बताए उनके पद से हटा दिया गया था। कांग के स्थान पर वांग यी को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था।
इस साल के शुरुआत में वांग ने छिन का स्थान लिया था। ली और छिन के भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ली अगस्त के अंत से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए हैं और उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया था।