हमास के खिलाफ कार्रवाई में जुटी इजरायली सेना को एक सुरंग के तौर पर बड़ी कामयाबी मिली है।
सेना ने इसे हमास के नेटवर्क की ‘सबसे बड़ी’ सुरंग करार दिया है। कहा जा रहा है कि इस 4 किमी टनल के लिए जरिए वाहनों के जरिए भी आवाजाही संभव है।
सेना ने यह भी दावा किया है कि टनल में भारी मात्रा में रखे गए हथियार भी मिले हैं, जिनका इस्तेमाल हमले के लिए किया जाना था।
सुरंग का प्रवेश मार्ग किलेबंद इरेज क्रॉसिंग और पास के इजरायली सैन्य अड्डे से केवल कुछ सौ मीटर की दूरी पर है।
सेना ने कहा कि सुरंग चार किलोमीटर से ज्यादा लंबी और उसकी चौड़ाई इतनी है कि उसमें से गाड़ियां आराम से गुजर सकती हैं।
सेना के मुताबिक, यह सुरंग गाजा में एक बड़े सुरंग नेटवर्क से जुड़ी हुई है, जहां से सात अक्टूबर के हमले की तैयारी के लिए वाहनों, चरमपंथियों और हथियारों की आपूर्ति की गई हो सकती है।
मुख्य सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने शुक्रवार को सुरंग के प्रवेश द्वार का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘इस समय, यह गाजा की सबसे बड़ी सुरंग है।’ हालांकि अभी साफ नहीं है कि इस सुरंग का इस्तेमाल सात अक्टूबर को किया गया था या नहीं।
सेना के प्रवक्ता मेजर निर दीनार ने कहा कि इजराइली सुरक्षा बलों को सात अक्टूबर से पहले सुरंग के बारे में पता नहीं था क्योंकि इजराइल की सीमा सुरक्षा ने केवल इजराइल में प्रवेश करने वाली सुरंगों का ही पता लगाया था।
शुक्रवार को सुरंग का दौरा करने वाले दीनार ने कहा कि यह गाजा में मिली अन्य सुरंगों की तुलना में दोगुनी ऊंची और तीन गुना ज्यादा चौड़ी है।
उन्होंने कहा कि यह सुरंग हवादार और बिजली से लैस है और कुछ जगहों पर यह 50 मीटर तक गहरी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि सुरंग के निर्माण और रखरखाव के लिए लाखों डॉलर के साथ-साथ बड़ी मात्रा में ईंधन और कार्यबल की आवश्यकता रही होगी।
हगारी ने इस दौरान हमास नेता याह्या सिनवार के भाई मोहम्मद सिनवार का वीडियो भी दिखाया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह वाहन में बैठे हैं और टनल के अंदर ही गाड़ी चला रहे हैं।