कच्ची दीवारों की सीलन और कच्चे मकान से मिली मुक्ति
प्रधानमंत्री आवास योजना से 1 लाख 20 हजार रूपए की मिली आर्थिक सहायता
मकान प्रत्येक व्यक्ति की बुनियादी आवश्यकता है।
जीविकोपार्जन के प्रबंध के बाद व्यक्ति को एक सुरक्षित मकान बनाना उनके सर्वप्रमुख आवश्यकताओं में से एक है। लेकिन गरीबी के कारण इसका प्रबंध कर पाना मुश्किल कार्य होता है।
केन्द्र सरकार के प्रधानमंत्री आवास योजना के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप कभी असंभव लगने वाला कार्य आज संभव होता नजर आ रहा है।
जिले मेें इस योजना के सफल क्रियान्वयन के चलते हजारों ग्रामीणों का पक्का मकान बनाने का सपना साकार हुआ है।
इस प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत धमतरी जिले के कुरुद विकासखण्ड के ग्राम कोर्रा की सुनीता कामड़े पति संतराम कामड़े को सुरक्षित आशियाना मिल गया है। जिसके कारण सुनीता कामड़े को पक्का मकान बनाने का वर्षों पुराना सपना साकार हो गया है।
सुनीता ने बताया कि पहले उनका कच्चा मकान था, जिसमें खप्पर और पॉलिथिन डालकर रहना पड़ता था।
कच्चा मकान होने के कारण बारिश के समय घर में सीलन, कीड़े-मकोड़े और पानी भर जाने जैसी बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
सुनीता ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तीन किस्तों मे 1 लाख 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता मिलने से पक्का मकान बना है।
अब प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्का मकान बनने से सारी समस्याओं से मुक्ति मिल गई है। सुनीता ने कहा की देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी दी थी, कि वे प्रदेश के 18 लाख परिवारों को आवास देंगे, उस गारंटी को पूरा करने का काम प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कर रहे है, जिसके लिए सुनीता ने उन्हे धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2016 से 2023 तक कुल 40 हजार 388 स्वीकृत मकान में से 37 हजार 483 मकान पूर्ण कर लिए गए हैं, जिसका प्रतिशत 92.81 है।
आवास पूर्ण कराने के मामले में धमतरी जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है।