नॉर्थ कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंन उन ने एक बार फिर से बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर कोरियाई प्रायद्वीप में सनसनी मचा दी है।
दक्षिण कोरिया ने अपने पूर्वी जल क्षेत्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल के दागे जाने की शिकायत की है।
अमेरिका की चेतावनी के बावजूद नॉर्थ कोरिया द्वारा हथियारों के लगातार परीक्षण के चलते कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, नॉर्थ कोरिया द्वारा दागी गई मिसाइल परमाणु थी या नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है।
बता दें कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर है। वहीं उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम के विस्तार में तेजी ला रहे हैं।
परेशानी को भांपते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने इन क्षेत्र में अपनी त्रिपक्षीय साझेदारी और युद्ध स्तर पर रिहर्सल को जारी रखा है। तीनों देशों के साझा कार्यक्रम से किम जोंन उन पहले ही ऐतराज जता चुके हैं।
उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में दागे मिसाइल के बाद वाशिंगटन में अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय सुरक्षा वार्ता हुई, जहां वे उत्तर कोरिया से उभरते खतरों से निपटने के लिए अगले साल अपने संयुक्त सैन्य अभ्यास में परमाणु संचालित हथियारों को शामिल करने की योजना पर सहमत हुए।
इस विवरण के बारे सियोल के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा घोषणा की गई।
उत्तर कोरिया की धमकियों के सामने, दक्षिण कोरिया चाहता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका कोई ठोस कदम उठाए। इसके लिए दक्षिण कोरिया अमेरिका से आश्वासन चाहता रहा है कि वह उत्तर कोरियाई परमाणु हमले की स्थिति में अपने सहयोगी की रक्षा के लिए अपनी परमाणु क्षमताओं का तेजी से और निर्णायक रूप से उपयोग करेगा।
बता दें उत्तर कोरिया ने अपने सैन्य परमाणु कार्यक्रमों में तेजी लाते हुए 2022 की शुरुआत से 100 से अधिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। किम जोंग के इस तेवर से साउथ कोरिया चिंतित है।