ताइवान में डॉक्टरों ने पथरी के ऑपरेशन के बाद 20 वर्षीय एक युवती की किडनी से 300 से अधिक स्टोन सफलतापूर्वक निकाल लिए हैं।
इंडीपेंडेंट की रिपोर्ट है कि लड़की खुद को डिहाईड्रेशन से बचाने के लिए पानी के बजाय मीठा पेय पदार्थ बबल टी पीती थी।
उसने डॉक्टरों के बताया कि उसे सादा पानी पीने में मजा नहीं आ रहा था, इसलिए छोड़ दिया। पिछले हफ्ते पीठ के निचले हिस्से में दर्द और बुखार के बाद उसे एडमिट किया गया था।
जांच के बाद डॉक्टरों को मालूम हुआ कि उसकी किडनी में 300 से अधिक स्टोन हैं।
ज़ियाओ यू नाम की 20 वर्षीय लड़की को पिछले हफ्ते ताइनान शहर के ची मेई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द के साथ-साथ बुखार की शिकायत थी।
डॉक्टरों को अल्ट्रासाउंड स्कैन से पता चला कि उसकी दाहिनी किडनी तरल पदार्थों से सूज गई है और उसमें सैकड़ों किडनी स्टोन थे।
सीटी स्कैन के अनुसार, स्टोन का आकार 5 मिमी और 2 सेमी के बीच था। आगे की टेस्टिंग में पता लगा कि हाई ब्लड प्रेशर की भी दिक्कत है।
लड़की बोली- पानी पीने में मजा नहीं आ रहा था
जब डॉक्टरों ने लड़की से उसकी ऐसी स्थिति के पीछे की वजह के बारे में जानने की कोशिश की तो मालूम हुआ कि उसे सादा पानी पीने में मजा नहीं आ रहा था।
जिसके बाद उसने वर्षों तक बबल टी, फलों का रस और अन्य पेय से खुद को हाइड्रेट रखा। इसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि उसके गुर्दों में तरल पदार्थ जम गए और उन्होंने स्टोन का रूप ले लिया।
डॉक्टरों ने बताई पथरी की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने 2 घंटे की लंबी सर्जरी की और उसकी किडनी से कम से कम 300 स्टोन निकाले। प्रक्रिया के बाद, महिला की हालत स्थिर थी और कुछ दिनों बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
सर्जन डॉ. लिम च्ये-यांग, जिन्होंने इस ऑपरेशन को लीड किया। उनका कहना है कि गुर्दे की पथरी कुछ चीजों के कारण हो सकती है, जिसमें अपर्याप्त पानी का सेवन या कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर आहार न शामिल करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि ”पेशाब में खनिजों को पतला करने के लिए उचित पानी का सेवन महत्वपूर्ण है। यदि शरीर में पर्याप्त पानी की कमी है, तो पेशाब में खनिज आसानी से जमा हो सकते हैं, जिससे पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।”