गाजा बॉर्डर पर घातक मर्कवा टैंक भी तैनात, जमीनी आक्रमण का मूड बना चुके बेंजामिन नेतन्याहू?…

क्या इजरायल गाजा पट्टी पर जमीनी आक्रमण करने के लिए पूरी तरह से तैयार है? सवाल यह भी है कि क्या तमाम चेतावनियों के बावजूद इजरायली सेना गाजा पर ऐसा हमला करेगी? फिलहाल जो खबरें सामने आ रही हैं उनसे तो कुछ ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।

इजरायल ने हमास में जारी युद्ध के बीच कई मर्कवा टैंक और सैन्य टुकड़ियां गाजा बॉर्डर के पास तैनात कर दी हैं। गाजा सीमा की जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें दिख रहा है कि इजरायली सैनिक तैनात हैं, हथियारों से लैस वाहन हैं और टैंक भी एक्टिव हैं।

मर्कवा टैंक इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) की ताकत का अहम हिस्सा माने जाते हैं। इजरायली सेना युद्ध के मैदान में कई बार इनसे प्रहार कर चुकी है। 

कई दिनों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इजरायल गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करने की तैयारी में है। सीमा पर टैंक और हजारों सैनिक लामबंद हो चुके हैं।

इजरायल ने लोगों से उत्तरी गाजा छोड़ने के लिए अपनी अपील दोहराई है। सेना ने विमानों से पर्चे भी गिराए। इजरायल ने कहा है कि करीब 7 लाख लोग पहले ही क्षेत्र से निकल चुके हैं, लेकिन हजारों लोग अभी भी रुके हुए हैं।

इससे किसी भी जमीनी हमले में बड़े पैमाने पर नागरिक हताहत होने का खतरा बढ़ जाएगा। इजरायली सैन्य अधिकारियों ने कहा कि हमास का बुनियादी ढांचा और भूमिगत सुरंग प्रणाली गाजा शहर में केंद्रित है और कारवाई के अगले चरण में वहां बड़ी संख्या में सैन्य बल हिस्सा लेंगे।

बेहद घातक हैं मर्कवा टैंक, जानें खासियत
अगर मर्कवा टैंक की बात करें तो ये 1970 में बनाए गए थे जिन्हें मर्कवा मार्क 1 नाम दिया गया था। आधिकारिक तौर पर मर्कवा टैंक 1979 में इजरायली सेना का हिस्सा बने।

साल 2023 में इसका नया मॉडल मर्कवा मार्क 5 बनाया गया। 1982 में लेबनान युद्ध के दौरान इजरायली सेना के लिए मर्कवा टैंक अहम हथियार साबित हुए।

इस टैंक का वजन 65 टन और लंबाई 9 मीटर है। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की सेना के पास करीब 500 मर्कवा III और IV मॉडल टैंक हैं।

हमास ने दावा किया था कि उसने इजरायल के लगभग 10% टैंक बेड़े को नष्ट कर दिया। अगर इसे सही मानें तो इजरायल के पास अभी भी 450 टैंक बचे हैं। हालांकि, इजरायली सेना ने हमास के इस दावे पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

मर्कवा टैंक की कुछ सीमाएं भी, हमास को पता
मर्कवा टैंक अगर घातक हैं तो उनकी कुछ सीमाएं भी हैं। दरअसल, हमास के आतंकी संकरी गलियों में छिपे रहते हैं। ऐसे में उन्हें निशाना बना पाना मर्कवा टैंक के लिए भी मुश्किल हो जाता है।

जंग के दौरान घात लगाकर किए जाने वाले हमलों के प्रति ये अधिक संवेदनशील होते हैं। इस तरह ये टैंक करीब से किए गए हमलों से खुद को बचा नहीं पाता।

इसके अलावा, हमास के लड़ाकों ने इन टैंकों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है। इस बार भी उन्होंने टैंक पर बमबारी करने के लिए सस्ते ड्रोन का इस्तेमाल किया था। मालूम हो कि हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को अचानक ही इजरायल पर हमला बोल दिया था

गाजा पर इजरायल का जोरदार पलटवार जारी
हमास के हमले के बाद से इजरायल ने गाजा के ऊपर जोरदार पलटवार किया है। गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों में मरने वाले फिलिस्तिनियों की संख्या बढ़कर 4,651 हो गई है। हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि तटीय इलाके में 14,245 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं।

पीड़ितों में 1,873 बच्चे और 1,023 महिलाएं है। मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-केदरा ने कहा कि पिछले 24 घंटों में गाजा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 266 फिलिस्तीनी मारे गए। मालूम हो कि हमास की ओर से इजरायल में किए गए हमलों में अब तक 1,400 लोग मारे गए हैं।

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