कनाडा में भारतीय राजनयिकों के खिलाफ खालिस्तानियों ने नापाक मंसूबे बरकरार हैं।
इसका सबूत एक पोस्टर से मिल रहा है, जो खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तीन महीने बाद भी उतारा नहीं गया।
फिलहाल, निज्जर की मौत को लेकर भारत और कनाडा में तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हत्या के तार भारतीय एजेंट्स से जुड़े होने की आशंका जताई थी।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तीन महीनों के बाद भी कनाडा के सरी शहर में पोस्टर लगा हुआ है, जिसमें भारतीय राजनयिकों को मारने का आह्वान किया गया है। खबर हैकि कनाडा के अधिकारियों ने खालिस्तान समर्थकों से पोस्टर हटाने के लिए कहा है। दावा किया जा रहा है कि इस प्रक्रिया में एक पोस्टर अब भी लगा हुआ है।
पोस्टर में क्या
रिपोर्ट के अनुसार, पोस्टर पर तीन भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें और साथ में निज्जर का फोटो भी लगा हुआ है। साथ ही लिखा है, ‘हत्या की तलाश’। निज्जर की जून में सरी शहर में ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही कनाडा के कई शहरों में खालिस्तानी समर्थकों ने कई जगहों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किए थे।
जुलाई में भी लगाए गए थे पोस्टर
जुलाई में कथित तौर पर खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय कॉन्सुलेट में आग लगाने की कोशिश की थी। इसके कुछ दिन बाद ही एक पोस्टर सामने आया था, जहां भारतीय राजनयिकों के लिए धमकी जारी की गई थी। खबरें हैं कि पोस्टर में दो भारतीय राजनयिकों (उच्चायुक्त विक्रम के दोरईस्वामी और डॉक्टर शशांक विक्रम) का नाम शामिल था।
कई शहरों में विरोध
मंगलवार को ही कनाडा की राजधानी ओटावा, वैंकूवर, टोरंटो समेत कई शहरों में खालिस्तानियों ने भारतीय मिशनों के बाहर प्रदर्शन किया था। इस दौरान उनके हाथों में खालिस्तान के झंडे और तख्तियां नजर आईं थीं। कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को हटाए जाने की मांग कर रहे थे। खास बात है कि जून में हुई हत्या की जांच कर रही कनाडाई एजेंसियां और पुलिस को अब तक कोई सबूत नहीं मिल सका है।