एक बार फिर पाकिस्तान का काला चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है।
भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले और टेरर फंडिंग मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आतंकी यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक को पाकिस्तान में मंत्री बनाया जा रहा है।
वो पाक के केयर टेकर प्रधानमंत्री अनवारुल हक कक्कड़ की कार्यवाहक कैबिनेट का हिस्सा होंगी। मुशाल हुसैन मलिक पाकिस्तान के कार्यवाहक मंत्रिमंडल में मानवाधिकार पर प्रधान मंत्री की विशेष सहायक होंगी।
जियो न्यूज ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनावरुल हक ने नवंबर की शुरुआत में होने वाले राष्ट्रीय आम चुनावों से पहले एक नया मंत्रिमंडल नियुक्त किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व अमेरिकी राजदूत जलील अब्बास जिलानी को विदेश मंत्री नामित किया गया है और पूर्व केंद्रीय बैंक प्रमुख शमशाद अख्तर को नए कार्यवाहक कैबिनेट के हिस्से के रूप में वित्त मंत्री नियुक्त किया गया है।
वहीं, यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन को भी मंत्री पद की कमान दी जाने वाली है। वह पीएम की कैबिनेट में मानवाधिकार पर विशेष सहायक होगी।
गौरतलब है कि अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने 2009 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र मुशाल हुसैन से शादी की और उनकी 10 साल की बेटी रजिया सुल्ताना है, जो अपनी मां के साथ पाकिस्तान में रहती है।
मलिक को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दर्ज 2017 के आतंकी-फंडिंग मामले में 2019 की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।
पिछले साल मई में दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें टेरर फंडिंग मामले में दोषी ठहराया था और उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
अप्रैल 1966 में श्रीनगर के मैसुमा इलाके में जन्मे मलिक 1989 में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण मामले और श्रीनगर में भारतीय वायुसेना के जवानों पर जेकेएलएफ आतंकवादियों के हमले में भी मुकदमे का सामना कर रहा हैं, जिसमें चार लोग मारे गए थे।