ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी ने पिछले सप्ताह एक बेटे को जन्म दिया है। कैरी ने मंगलवार को इंस्टाग्राम पोस्ट में इसकी जानकारी दी।
35 वर्षीय कैरी ने पोस्ट में लिखा, ‘5 जुलाई को सुबह सवा 9 बजे फ्रैंक अल्फर्ड ओडीसियस जॉनसन का दुनिया में स्वागत किया। (क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरे पति ने किस नाम को चुना?)’ उन्होंने लिखा कि UCLH (यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल) में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा की अविश्वसनीय मातृत्व टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद। वे वास्तव में सबसे अद्भुत देखभाल करने वाले लोग हैं। मैं अत्यंत कृतज्ञता महसूस कर रही हूं।
बोरिस जॉनसन और कैरी ने मई 2021 में शादी की थी। उनके पहले बेटे विल्फ का जन्म अप्रैल 2020 में हुआ था। बेटी रोमी का जन्म दिसंबर 2021 में हुआ था।
बोरिस जॉनसन की तीन महिलाओं से यह आठवीं संतान है। इन महिलाओं में भारतीय मूल की उनकी पूर्व पत्नी मारिना व्हीलर भी शामिल हैं।
59 साल के जॉनसन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बैलिओल कॉलेज से पढ़ाई की है। होमर के महाकाव्य ओडिसी में ओडीसियस एक प्रसिद्ध यूनानी राजा का नाम है। ओडीसियस जॉनसन के नवजात शिशु के नामों में से एक नाम है। कैरी और बोरिस जॉनसन का यह दूसरा बेटा है।
बोरिस के सहयोगी ने सुनक पर लगाया आरोप
अगर बोरिस जॉनसन से जुड़ी राजनीतिक खबरों की बात करें तो हाल ही में उनके करीबी सहयोगी और पर्यावरण मंत्री जैक गोल्डस्मिथ ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधा था।
उन्होंने सरकार पर जलवायु मुद्दों के प्रति उदासीनता का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। जैक गोल्डस्मिथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पर्यावरण के प्रति रुचि नहीं है।
सोशल मीडिया पर जारी त्यागपत्र में उन्होंने लिखा है, ‘हमारे सामने आई सबसे बड़ी चुनौती के सम्मुख इस सरकार की उदासीनता के कारण वर्तमान भूमिका को जारी रखने में मैं असमर्थ हूं।’
गोल्डस्मिथ ने कहा कि स्पष्ट रूप से ब्रिटेन ने विश्व मंच से कदम खींच लिए हैं और जलवायु व प्रकृति पर अपना नेतृत्व वापस ले लिया।
गोल्डस्मिथ, सुनक और जॉनसन, तीनों ही सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य हैं।
48 वर्षीय गोल्डस्मिथ लंबे समय से एक संरक्षणवादी हैं, जिन्हें जॉनसन ने इस्तीफा देने से करीब एक साल पहले संसद के उच्च सदन ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ में नियुक्त किया था।
गोल्डस्मिथ का इस्तीफा उस घटना के एक दिन बाद आया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री के आठ सहयोगियों की सांसदों ने उस समिति को कमतर करने की कोशिश के लिए आलोचना की थी, जो यह जांच कर रही थी कि क्या जॉनसन ने कोविड-19 के दौरान नियम तोड़ने की गई सरकारी पार्टियों को लेकर संसद में झूठ बोला था।