घर के फ्रीजर में मिला गौमांस, मां- बेटे को नाराज लोगों ने पीटा…
काेरबा : एक व्यक्ति के घर गौमांस की बिक्री किए जाने की खबर मिलने से नाराज कुछ हिंदुवादी लोग घर का घेराव कर दिए। घर के अंदर डीप फ्रीजर में मटन की तरह काट कर रखे गए गौमांस मिलने पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। घर का मुखिया मौके पर मौजूद नहीं था, उसकी पत्नी व बेटे पर ही नाराज लोगों ने गुस्सा निकालना शुरू कर दिया।
कुछ समझदार लोगों ने किसी तरह बीच बचाव किया, तब तक पुलिस की टीम पहुंच गई। शहर के मोतीसागर पारा में रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा गौमांस बेचे जाने की सूचना क्षेत्र के लोगों को मिली।
इसके बाद जुटी भीड़ उसके घर जा पहुंची और अंदर प्रवेश करने का प्रयास किए, लेकिन घर के मुखिया की पत्नी व बच्चे दरवाजे पर ही लोगों को रोकने लगे। इसकी वजह से विवाद की स्थिति निर्मित हुआ। नाराज लोगों ने महिला को खींच कर पिटाई शुरू कर दी। बीच बचाव करने उसका पुत्र आया, तो उसके साथ भी मारपीट की गई।
इस बीच यहां पुलिस पहुंच गई और घर की तलाशी ली, तो डीप फ्रीजर में काट कर रखा गया गौमांस मिला। लोगों ने पुलिस को बताया कि इमलीडुग्गू में भी गोदाम है, जहां गाय के अवशेष भंडारित करके रखा गया है।
पुलिस वहां भी पहुंची, तो देखा को काफी मात्रा में गाय की चम़ड़ी और हड्डियां रखी हुई थी। लोगों का आरोप था कि यहां भी महानगर की तर्ज पर होटलों में गौमांस की आपूर्ति की जा रही। कोतवाली टीआइ निरीक्षक रूपक शर्मा का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही, इसके बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मांस और खाल के परीक्षण के लिए पशु चिकित्सा विभाग का सहयाेग लिया जाएगा। पुलिस को जांच में पता चला है कि सड़क दुर्घटना में एक गाय की मौत हो गई थी। उसे दफनाने की जिम्मेदारी मोतीसागर पारा में रहने वाले उस व्यक्ति को दी गई थी, जिसके घर यह बवाल हुआ
आशंका जाहिर की जा रही है कि गाय को दफनाने की जगह वह घर ले गया और मांस काट कर फ्रीजर में रख दिया। इस पूरे घटनाक्रम की पुष्टि करने के लिए पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं लोगों का कहना है कि यह व्यक्ति हसदेव नदी के किनारे गाय का मांस काटने का काम पिछले कई माह से कर रहा था।
वर्षा होने की वजह से वह घर ले गया और उसकी पोल खुल गई। कोतवाली थानांतर्गत राताखार इलाके में रविवार को संतराम पाल समर्थकों और आम लोगों के बीच विवाद हो गया। दरअसल संतराम पाल समर्थक एक पुस्तक का वितरण कर रहे थे।
लोगों का आरोप है कि पुस्तक में हिंदू देवी देवताओं के संबंध में लिखी गई आपत्तिजक है। आक्रोशित लोग उन्हें पकड़कर कोतवाली ले आए और पुलिस से कार्रवाई की मांग करने लगे।
हिंदू वादी संगठनों ने पुस्तक पर आपत्ति जताते हुए संत रामपाल के समर्थकों पर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया है। संत के समर्थक राताखार क्षेत्र में लोगों के बीच पुस्तकों का वितरण कर रहे थे और उनका प्रचार प्रसार कर रहे थे।
हिंदू वादी संगठनों को जैसे ही इस बात की भनक लगी, तो वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध दर्ज कराया। गौमांस व हिंदू देवी देवताओं के अपमान की जानकारी सामने आने पर हिंदुवादी संगठन कोतवाली पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए दोनों ही मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।